डॉक्टर राजेश शर्मा ने बाल्मीकि समाज के परिवारजनों के साथ साझा की अपनी खिचड़ी
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मकर संक्रांति के पावन पर्व पर दिया समाज में समरसता और आपसी सौहार्द का परिचय
धर्मशाला- नये साल के साथ ही साल के पहले ही माह में पड़ने वाला लोहड़ी और मकर संक्रांति का पावन पर्व यूं तो समाज के हर जनमानुष की ज़िंदगी में कई तरह की ख़ुशहाली ला देता है, मगर ऐसे में जब इसी समाज के कुलीन वर्ग के लोग जब सदियों सालों से चली आ रही रूढ़िवादी प्रथाओं को ठेंगा दिखाते हुये समाज के निम्न वर्ग के साथ अपना वक़्त साझा करें तो बात सोने पर सुहागे जैसी हो जाती है। शायद इसी सोच के साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और पेशे से मझे हुये चिकित्सक डॉक्टर राजेश शर्मा ने आज इस पावन पर्व पर एक कदम आगे बढ़ाते हुये अपनी कुलीनता का विशेष परिचय दिया है। उन्होंने आज के इस विशेष और ख़ास दिन के शुभावसर पर समाज में समरसता का पाठ पढ़ाते हुये अपने रसूख को भी हाशिये पर रखकर, अपने कद्द के लोगों, नाते रिश्तेदारों और अपने प्रोफेशन के साथी सहयोगियों की बजाय समाज के उस तबके के साथ जाकर दिन बिताया और खिचड़ी साझा की जिन्हें अमूमन समाज में हीन भावना से देखा जाता है। डॉक्टर राजेश ने आज सबसे पहले योल स्थित बाल्मीकि समाज के लोगों के यहाँ जाकर खिचड़ी साझा की उसके बाद, रानीताल का रुख किया फिर देहरा में भी इस समाज के लोगों के साथ मिल बैठकर खिचड़ी खाई और उनके दुख-सुख में हमेशा उनका साथ सहयोग देने की बात कही। काबिलेगौर है कि डॉक्टर राजेश न केवल इस ख़ास मौके पर समाज के इस तबके और ऐसे तबके के लोगों के साथ मिले बल्कि इससे पहले भी वो इसी तरह से अपनी उच्च सोच और ख्यालात से अपने पेशे और पार्टी में भी अच्छी पैठ बनाने में सफल हो चुके हैं। उनका यही सादगीपूर्ण सौहार्द आज के कई राजनेताओं से उन्हें अलग श्रेणी के पायदान पर लाकर खड़ा कर देता है।