जानिए क्यों बैठे प्रदेश डिपो संचालक सांकेतिक हड़ताल पर

हमीरपुर
प्रदेश डिपो संचालक समिति के सदस्य स्टेट कॉल पर अपनी मांगों के संदर्भ में सोमवार से सांकेतिक धरने पर बैठ गए हैं। डिपो संचालकों का कहना है कि वे सरकार को अपनी मांगों को लेकर समय≤ पर अवगत करवाते आए हैं, लेकिन आज तक सरकार ने उनकी एक भी मांग नहीं मानी है। ऐसे में प्रदेश सरकार को जगाने के लिए डिपो संचालक हर जिला में सुबह 10 बजे से लेकर शाम तीन बजे तक अपनी मांगों को लेकर सांकेतिक हड़ताल कर रही है। अगर सरकार ने इसके बाद भी डिपो संचालकों की मांगों को नजरअंदाज किया, तो डिपो संचालक जल्द ही प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाकर सरकार के खिलाफ आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। प्रदेश डिपो संचालक ने उपायुक्त हमीरपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को अपनी मांगों के प्रति ज्ञापन सौंपा है।
प्रदेश डिपो संचालक सरकार को डिपो संचालकों की आर्थिक स्थिति की ओर अवगत करवाते हुए कहा कि प्रदेश में पांच हजार डिपो संचालक हैं, जिनमें निजी डिपो धारक व सहकारी सभाओं के विक्रेता व सचिव शामिल हैं, जो प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए राशन को वितरित करने का कार्य कर रहे हैं। वह राशन लाने के लिए पैसा अपना लगा रहे हैं और दुकानों का किराया भी खुद दे रहे हैं। इसके अलावा बिजली का बिल भी खुद ही देना पड़ रहा है। उसके बावजूद भी डिपो संचालकों को एपीएल के राशन पर तीन फीसदी कमीशन दिया जा रहा है।