कोरोना के अभूतपूर्व संकट में पत्रकारों ने जगाए रखी साहस की मशाल
1 min readमंडी, 16 नवंबर :
कोरोना काल पत्रकारिता के लिए गंभीर चुनौती लेकर आया है। इस अभूतपूर्व संकट में भी पत्रकारों ने न केवल अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया बल्कि समाज को सही दिशा प्रदान में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर मंडी में वेबीनार के जरिए आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए यह बातें कहीं। कार्यक्रम में भारतीय प्रेस परिषद द्वारा सुझाये गये विषय ‘‘कोविड-19 महामारी के दौरान मीडिया की भूमिका और मीडिया पर इसका प्रभाव’’ पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में भाग ले रहे विभागीय अधिकारियों ने पत्रकारों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना काल की इस चुनौती का पत्रकारों ने पूरी विश्वसनीयता, स्वतंत्रता व साहस के साथ सामना किया है और कोरोना योद्धा सरीखी भूमिका निभाई है। जनता तक हर उपयोगी सूचना व छोटी-बड़ी सारी जानकारी पहुंचाने में पत्रकारों का योगदान सराहनीय है।
बता दें, भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा एवं पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से चार जुलाई 1966 को प्रेस परिषद की स्थापना की गई थी, जिसने 16 नंवबर 1966 से अपना विधिवत कार्य शुरू किया था। तब से प्रतिवर्ष 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वेबीनार में विभिन्न मीडिया संस्थानों के पत्रकार, प्रतिनिधि और सूचना जन सम्पर्क विभाग मंडी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहेे।