पोषण पखवाड़े का लक्ष्य पोषण संबंधी व्यवहार परिवर्तन
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हमीरपुर, 22 मार्च- 21 मार्च से 4 अप्रैल तक संपूर्ण राष्ट्र में मनाए जा रहे पोषण पखवाड़े का उद्देश्य विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के माध्यम से व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन का प्रयास करना है । यह बात बाल विकास परियोजना अधिकारी सुजानपुर कुलदीप सिंह चौहान ने गांव बनाल,चकरियाना,बगगेहडा के अप्पर बगेहड, बीड़ ,करोट ,डेरा व सपाहल गांव में पोषण पखवाड़े के दूसरे दिन पोषण जागरूकता मासिक धर्म प्रबंधन एवं वर्षा जल प्रबंधन विषय पर आयोजित शिविरों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान समुदाय आधारित क्रियाकलापों, लिंग संवेदनशील जल प्रबंधन, एनीमिया की रोकथाम एवं प्रबंधन, स्वस्थ मां और बच्चे के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्थानीय और पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देने हेतु जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा की संपूर्ण राष्ट्र में इष्टतम पोषण की अवधारणा को साकार करना समय की मांग है और इस हेतु एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इसी के दृष्टिगत विविध संबद्ध विषयों को पोषण पखवाड़े के माध्यम से एकीकृत मंच प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि रोग निवारक दृष्टिकोण के स्थान पर उपचारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के व्यक्तिगत प्रयासों को सामुदायिक प्रयासों में बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य जांच के माध्यम से सामान्य स्वास्थ की जानकारी प्रदान कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
विश्व जल दिवस के अवसर पर वर्षा जल प्रबंधन एवं पेयजल के बेहतर रखरखाव हेतु उपस्थित जन समुदाय को शपथ दिलाई गई।
इस अवसर पर खंड समिति सुजानपुर की अध्यक्षा अंजना ठाकुर, ग्राम पंचायत डेरा की प्रधान सोनिया कुमारी, ग्राम पंचायत बनाल की प्रधान कांता देवी, सपाहल से पंचायत समिति की सदस्य ममता कुमारी, ग्राम पंचायत डेरा के वार्ड सदस्य मीरा देवी, केहर सिंह, प्रकाश चंद, वार्ड सदस्य बगेहडा लुद्दर राम एवं सुरेंद्र कुमार, ग्राम पंचायत पटलांदर के सदस्य ओम प्रकाश, ग्राम पंचायत सपाहल के सदस्य रुचि कुमारी, स्वास्थ्य कर्मी करोट सुलोचना देवी विशेष रुप से उपस्थित रहे।