विक्रमादित्य सिंह को याद रहे कि वह खुद दूसरे की खलडी में है
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भाजयुमों ज़िला शिमला अध्यक्ष पारुल शर्मा ने शिमला से जारी बयान में कहा कि सामंती विचारधारा से ग्रसित शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह पिछले कुछ दिनों से सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के बारे मे जो अनुचित और अभद्र ब्यानबाजी कर रहे है वह अत्यंत निंदनीय है। उन्हे कुछ भी बोलने से पहले सोच लेना चाहिए कि वे क्या बोल रहे हैं और किसके खिलाफ बोल रहे हैं । पारुल शर्मा ने कहा कि विक्रमादित्य ने पहले शिमला शहरी के माननीय विधायक तथा शहरी विकास मंत्री श्री सुरेश भारद्वाज जी के बारे मे उन्होने अशोभनीय टिप्पणी की और अब पिछले कल सदन में वरिष्ठ मंत्री श्री राकेश पठानिया के विषय मे भी उन्होंने जो अभद्र टिप्पणियां की, ये उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है। यह बहुत ही अशोभनीय है तथा उनकी उम्र और तजुर्बे के हिसाब से भी शोभा नहीं देता है।
पारूल शर्मा ने कहा कि शिमला ग्रामीण के विधायक अपने आप को एक तिहाई हिमाचल का प्रतिनिधित्व करने वाला बता रहे है। इससे लगता है कि विक्रमादित्य वास्तविकता से कोसों दूर है । शिमला ग्रामीण की जनता भली -भाँति जानती है कि विक्रमादित्य रामपुर से आते हैं और शिमला ग्रामीण उनके परिवार की कोई जागीर नहीं है। यहां की जनता 2022 के चुनावों मे उनका वास्तविकता से परिचय करवा देगी। उन्हें याद रखना चाहिए कि जब वह शिमला ग्रामीण में आए थे तो उनके पास उनके पिताजी के नाम का एक मात्र सहारा था, जिसमें शिमला ग्रामीण की जनता गुमराह हो गई थी, अन्यथा उनकी अपनी कोई उपलब्धी नहीं थी।
भाजयुमो शिमला जिलाध्यक्ष पारुल शर्मा ने उन्हें नसीहत देते हुए कहा है कि वह सार्वजनिक रूप से मंत्री जी से अपने दिए गए वक्तव्य के लिए माफी मांगे और भविष्य में अपने कद के हिसाब से ब्यानबाजी करें ।