निर्वाचन व्यय अनुश्रवण प्रणाली के सम्बन्ध में कार्यशाला आयोजित
1 min readजिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी ने कहा कि निर्वाचन व्यय अनुश्रवण प्रणाली की भूमिका निर्वाचन के लिए महत्वपूर्ण है और निर्वाचन व्यय अनुश्रवण का उचित कार्यान्वयन अत्यन्त आवश्यक है। कृतिका कुल्हारी आज सोलन जिला के 50-अर्की विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उप चुनाव के दृष्टिगत निर्वाचन व्यय अनुश्रवण के लिए गठित विभिन्न टीमों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही थीं।
कृतिका कुल्हारी ने कहा कि स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन के लिए भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन व्यय का अनुश्रवण किया जाता है। इसके लिए वीडियो सर्विलिएन्स, वीडियो व्यूइंग, लेखा टीम, उड़न दस्ते एवं स्थिर सर्विलिएन्स टीमों का गठन किया जाता है। उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव के लिए यह सारी टीमें गठित कर दी गई हैं। निर्वाचन व्यय अनुश्रवण में मीडिया प्रमाणीकरण एवं अनुश्रवण समिति (एमसीएमसी) की भूमिका भी महत्वपूर्ण रहती है। प्रभावी अनुश्रवण एवं कार्यान्वयन के लिए जिला स्तर पर हर समय कार्यरत रहने वाला शिकायत अनुश्रवण नियन्त्रण कक्ष एवं कॉल सेन्टर भी स्थापित किया जाता है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निर्वाचन के समय नियम पालन तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा स्थापित मानकों के उल्लंघन के अनुश्रवण के लिए तैनात टीमों को यह ध्यान भी रखना होगा कि इससे आम आदमी को बेवजह कोई परेशानी न हो।
उन्होंने विभिन्न टीमों को निर्देश दिए कि अपना पूर्ण कार्य भारत के निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार करें। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी टीमें नियम पालन में कोताही न बरतें, आपसी समन्वय बनाकर रखें और चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों के साथ एक समान व्यवहार बनाए रखें।