“वैज्ञानिक स्वभाव:स्वदेशी ज्ञान ” पर आयोजित किया गया वेबिनार्
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भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ(आईएससीए) शिमला चैप्टर ने हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय शिमला के भौतिकी विभाग व रसायन विभाग के साथ मिलकर एक वेबिनार का आयोजन किया।
वेबिनार का विषय था “वैज्ञानिक स्वभाव: स्वदेशी ज्ञान”.
डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना, जनरल प्रेसिडेंट भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ ,कोलकाता वेबिनार की “मुख्य अतिथि” थी।
वेबिनार में भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ कोलकाता के पूर्व जनरल प्रेसिडेंट, प्रोफेसर अशोक कुमार सक्सेना, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के डीन ऑफ स्टडीज प्रो अरविंद कालिया, भौतिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष, डीन इंजीनियरिंग व टेक्नोलॉजी संकाय और यूजीसी के माननीय सदस्य प्रोफेसर नागेश ठाकुर वेबिनार के “गेस्ट ऑफ ऑनर” थे।
मैडम डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना ने इच्छुक शोधकर्ताओं को सभी के कल्याण के लिए विज्ञान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने विज्ञान के प्रचार व प्रसार मे skill oriented शिक्षा को बढ़ाने को कहा ताकि रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध हो.प्रोफेसर अरविंद कालिया ने छात्रों में स्वतंत्र और आलोचनात्मक सोच की आदत डालने पर जोर दिया।
प्रोफेसर (श्रीमती) नीरज शर्मा, संयोजक आईएससीए शिमला चैप्टर ने सभी का स्वागत किया और आईएससीए कोलकाता की विज्ञान के प्रचार व प्रसार में भूमिका और शिमला चैप्टर द्वारा संचालित वैज्ञानिक गतिविधियों से अवगत कराया।
प्रोफेसर प्रदीप कुमार अहलूवालिया, एक प्रख्यात भौतिक विज्ञानी, वेबिनार के आमंत्रित वक्ता, ने वेबिनार के विषय पर प्रासंगिक उदाहरणों / उद्धरणों का हवाला देते हुए एक सूचनात्मक, व्यापक व्याख्यान दिया। उन्होंने समझाया कि विज्ञान क्या है और आधुनिक विज्ञान को हमारे प्राचीन वेदों के ज्ञान साथ सहसंबद्ध किया। उन्होंने विस्तार से बताया कि वैज्ञानिक के मन में पूर्वाग्रह और कोई पूर्वकल्पित धारणा नहीं होनी चाहिए।
धन्यवाद प्रस्ताव प्रो अरविंद भट्ट, डीन प्लानिंग एंड टीचर्स मैटर, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला और आईएससीए शिमला चैप्टर के कोषाध्यक्ष द्वारा प्रस्तावित किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन रसायन विज्ञान विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के सह – आचार्य रमेश ठाकुर और भौतिकी विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के डॉ अमरजीत सिंह द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया।