हिंदी लघुकथा लेखन प्रतियोगिता का परिणाम
1 min readएसजेवीएन फाउंडेशन के तत्वावधान में कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट ने हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए हिंदी कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया था । हमें हिंदी लघुकथा लेखन प्रतियोगिता का परिणाम साझा करते हुए खुशी हो रही है। कुछ अपरिहार्य कारण से इसकी घोषणा में हुई देरी के लिए भी खेद है।
प्रस्तुत 67 कहानियों में से केवल 15 सर्वश्रेष्ठ को योग्यता, मौलिकता और निर्णायक मंडल द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर चुना जा सका । विजेताओं को अपनी कहानियों के साथ रेखाचित्र बनाने, पुस्तक के शीर्षक के लिए सुझाव देने के साथ-साथ कवर पेज डिजाइन करने का भी मौका मिलेगा । हम सभी लेखकों को अपनी कहानियाँ साझा करने का पहला कदम उठाने के लिए बधाई देते हैं । हम आशा करते हैं कि परिणाम के बावजूद, आप लिखना और अपनी कहानियाँ हमारे साथ साझा करना जारी रखेंगे ।
इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में श्री श्रीनिवास जोशी, डॉ. संगीता सारस्वत और श्री आत्मा रंजन जैसे प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध लेखक शामिल रहे । अगला कदम में यह युवा विजेता निर्णायक मंडल के साथ बैठकर अपने पहले आलोचक बनेंगे और अपने कौशल में सुधार करेंगे । मार्गदर्शन मिलने और उनकी कहानियों पर दोबारा काम करने के बाद, इन कहानियों को संपादित किया जाएगा और फिर संकलन का हिस्सा बनाया जाएगा, जिसे साल के अंत तक एक किताब के रूप में प्रकाशित किया जाएगा ।
कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित यह कहानी लेखन प्रतियोगिता स्कूलों में पढ़ने वाले हमारे युवा लेखकों को उनकी अद्भुत कहानियों के माध्यम से प्रकाशित लेखक बनने में मदद करेगी । इस तरह के रचनात्मक प्रयासों के पीछे का विचार युवा लेखकों को अपनी कल्पनाशील शक्तियों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना है और उन्हें बुनने के लिए शब्दों की मदद से कथा को कागज पर प्रवाहित करने देना है । बचपन से अपने दादा-दादी, चाचा-चाची और माता-पिता से सुनी कहानियाँ हमें कागज पर कलम लिखकर अपने सपने साझा करने के लिए प्रेरित करती हैं । कुछ ने हमारी कल्पना को उड़ान भरने में मदद की जबकि कुछ कहानियों ने जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाए; हमारे जीवन में घटी कोई भी महत्वपूर्ण घटना भी एक कहानी बन सकती है ।
गौरतलब है कि एसजेवीएन भारत के विद्युत उत्पादन का एक अग्रणी उपक्रम है । निगम अपने निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) का निवर्हन पूर्ण जिम्मेदारी के साथ निभा रहा है । सीएसआर के अतंर्गत निगम ने परियोजनाओं के समीपवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, अवसंरचनात्क विकास, सामुदायिक विकास, बाल एवं महिला विकास, प्राकृतिक आपदा साहित्य इत्यादि क्षेत्रों में प्रशसंनीय कार्य किए हैं । इसी कड़ी में कीकली चैरिटेबल के सहयोग से यह प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी ।
कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट, एक गैर सरकारी स्वतंत्र रूप से काम करने वाला एक ऐसा संगठन है, जो शुरुआत से ही शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, सामाजिक उत्थान और बच्चों के लिए साहित्यिक कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और प्रतियोगिताओं के आयोजन के क्षेत्र में काम कर रहा है । वर्ष 2021 में कीकली ट्रस्ट ने एक अखिल भारतीय लघुकथा लेखन का आयोजन किया था जिसका समापन 51 कहानियों के प्रकाशन से हुआ था । वर्ष 2022 में ट्रस्ट ने अपनी अनूठी दृष्टि के तहत दो संकलन तैयार किए ।
एक अग्रणी विद्युत क्षेत्र सीपीएसई के रूप में एसजेवीएन का कुल परियोजना पोर्टफोलियो 46,879 मेगावाट है। कंपनी वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट कंपनी होने के अपने साझा विजन को हासिल करने के लिए तीव्रता से अग्रसर है। यह साझा विजन वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50% ऊर्जा उत्पादन करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप तैयार किया गया है।