केलांग में ‘मौक ड्रिल’ का अभ्यास
1 min readकेलांग 25 मई।
आज केलांग में ‘मौक ड्रिल’ में आया भूकम्प,
पुराना पुलिस लाइन भवन क्षतिग्रस्त।
भवन के मलवे में 22 लोग फंसे ।
11 लोग सुरक्षित बचाये।
9 घायल बचाये गए।
2 शव निकाले।
एनडीआरएफ की टीम के सहयोग से ‘मौक ड्रिल’ का आयोजन किया गया।
लाहौल -स्पिति के केलांग में आज ज़िला प्रशासन द्वारा ज़िला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के सौजन्य
से ‘मौक ड्रिल’ का अभ्यास किया गया।
इस अभ्यास के दौरान जब 11 बजकर 33 मिनट पर
स्थानीय लोगों द्वारा ज़िला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को भूकम्प आने की सूचना प्राप्त हुई।
सूचना मिलते ही उपायुक्त नीरज कुमार ने उपमण्डलाधिकारी केलांग को स्थिति का जायज़ा लेने के निर्देश दिए।
डीएसपी हेमन्त ठाकुर द्वारा एसएचओ को अपने जवानों के साथ घटनास्थल पर जाने के निर्देश दिए।
भूकम्प में पुराना पुलिस लाइन भवन क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली। आसपास के सभी कार्यालयों से निकालकर लोंगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया।
इसी बीच त्वरित अनुक्रिया टीम, पुलिस तथा अग्निशमन विभाग के टीमों ने घटनास्थल पर पहुचकर राहत एवं बचाव कार्य आरंभ किये।
उपायुक्त ने उपमंडलाधिकारी केलांग, उदयपुर, काज़ा को घटना की रिपोर्ट देने को कहा, तथा इंसिडेंट कमांडर को एनडीआरएफ की टीम बुलाने के निर्देश किये।
पुलिस मैदान में इंसिडेंट कमांड पोस्ट, रिलीफ केम्प तथा मेडिकल कैम्प की स्थापना की गई।
क्षतिग्रस्त भवन में फंसे 22 लोगों में से 11 को सुरक्षित बचाकर राहत शिविर में भेजा गया।
एनडीआरएफ की टीम ने भी पहुंचकर अपना कार्य आरम्भ कर दिया है। दो लोग भवन में हताहत फंसे होने की की सूचना मिली तथा एक गम्भीर ज़ख्मी व्यक्ति को केलांग अस्पताल भेजा गया। इस बीच लोकनिर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त अस्पताल मार्ग को एम्बुलेन्स के लिए खोलने के लिए सूचना दी गई।
एनडीआरएफ सहित स्थानीय पुलिस, होम गार्ड एवं स्वयंसेवक युवकों ने भी राहत एवं बचाव कार्य मे सहयोग दिया।
लाइन विभागों को नुक़सान का जायज़ा लेने के।निर्देश दिए गए हैं।
कुल सुरक्षित बचाये गए लोग 11, 2 लोग मृत निकले गए
5 लोग गम्भीर रूप से ज़ख्मी तथा 4 लोग हल्के ज़ख्मी जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
मृतकों के आश्रितों को 20 हज़ार, गम्भीर रूप से घायलों को 2 हज़ार तथा हल्के ज़ख्मी लोगों को 1 हज़ार की राशि मदद के रूप में दी गई है।
इस प्रकार ‘मौक ड्रिल’को सम्पन्न किया गया।
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उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए इस तरह के अभ्यास
महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिससे ऐसी स्थिति में तुरन्त निर्णय व समन्वित रूप से अभियान चलाए जा सकें।