भाजपा के पूर्व प्रभारी रामस्वरूप सैनी ने दिया इस्तीफा
भाजपा के टिकट आबंटन के बाद विद्रोह की ज्वाला अब हरोली में भी भड़क उठी है। भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष एवं हमीरपुर जिले के प्रभारी रहे रामस्वरूप सैनी ने भाजपा पर उसूलों से भटकने का आरोप लगाते हुए त्यागपत्र दे दिया है। ऊना में पत्रकार वार्ता करते हुए सैनी ने कहा कि भाजपा उसूलों की बात करती है लेकिन अब उसूलों से भटक चुकी है। परिवारवाद की बातें करती थी लेकिन मंत्री महेन्द्र सिंह के बेटेे, चेतन बरागटा सहित कइयों को टिकट दे दिए गए। अगर देने ही थे तो धूमल के बेटे को भी दे देते टिकट, उसको क्यों वंचित रखा गया।
जब धूमल हारे तो उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया लेकिन उत्तराखंड में धामी को हारने के बाद भी क्यों मुख्यमंत्री बनाया गया? वहां भाजपा के उसूल कहां गए थे?