जिला में लिंगानुपात में बृद्धि करना मूलघ्येय – आदित्य नेगी
1 min readशिमला, 08 दिसम्बर – जिला में लिंगानुपात में बृद्धि करना जिला में मूलघ्येय है, जिसके तहत विभिन्न केन्द्र बिन्दुओं पर गम्भीरता से कार्य किया जा रहा है । उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज यहां यह जानकारी दी । उन्होंने कहा कि जिला में ग्राम स्तर से इस सम्बन्ध में सघनता से कार्य किया जा रहा है ताकि तीव्रता के साथ इसमें वृद्धि हो सके । बेटी बचाओं -बेटी पढ़ाओं योजना के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि योजना की शुरूआती सफलता के बाद इसका विस्तार देश के सभी जिलों में किया गया । इस योजना का लक्ष्य बेटीयोे के जन्मोत्सव मनानाए उनकी शिक्षा को संभव बनाना है।
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ योजना के मुख्य उददेश्यों में लिंग के आधार पर लिंग चयनयात्मक उन्मूलन को रोकना, बेटिओ की उत्तरजीविता एवं संरक्षण सुनिश्चित करना, बेटिओ की शिक्षा एवं भागीदारी सुनिश्चित करना है । उन्होंने कहा कि इन्हीं उददेश्यों के मददेनजर जिला शिमला में भी यह योजना कर्यान्वित की जा रही है । इस योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा अनन्या योजना की शुरुआत की गयी जिसके अंतर्गत विभिन्न कार्य कार्यान्वित किये जा रहे है जिसमें गुड़िया हेल्पलाइन की नंबर की शुरुआत, सेल्फी विद डॉटर कैंपेन, एक बूटा बेटी के नाम कैंपेन, सबसे ज्यादा लिंग अनुपात वाली पंचायत को सम्मानित करना, बेटिओ के जन्म पर उनके माता पिता को जनमंच कार्योक्रमों में बधाई पत्र बाँटना, महिलाओँ व बालिकाओं को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धिओं के लिए सम्मानित करना तथा उनके घरो पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का लोगो चस्पान करवाना, बालिकाओ को आत्मरक्षा का प्रशक्षिण देना, नुक्कड़ नाटको के माध्यम से बेटी बचाओ योजना का प्रसार प्रचार करना, घरो में बेटिओ की नाम पट्टिका लगवाना, गणतंत्र’ दिवस पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की झांकी निकालना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए एकजुटता दिखाने हेतु मानव श्रृंखला बनाना शामिल है ।
उन्होंने बताया कि पंचायत व् खंड स्तर पर ज़िला में बेटिओ की उपलब्धिओं पर उनके नाम के होर्डिंग लगाए जायेंगे तथा नवजात बेटिओ और उत्कृष्ट्र कार्य करने वाली ज़िले की बेटिओ के नाम की पट्टिका उनके घरों पर लगाई जाएगी। ताकि उस घर की पहचान उस बेटी के नाम से हो ताकि लोगो में अभी तक जो परंपरा थी की पुरुष के नाम ‘ से ही घर की पहचान होगी, ज़िलाधीश शिमला द्वारा यह एक नई विचारधारा की शुरुआत की गयी है। जिससे हर घर की पहचान उस परिवार की बेटी से हो। ज़िलाधीश महोदय द्वारा सभी से आग्रह किया गया है की वह इस विचारधारा का स्वागत करे और बेटिओ के बारे में रूढ़िवादी विचारधारा को बदले इस योजना के सफल कार्यान्वयन , प्रचार व् प्रसार के लिए जिला प्रशासन द्वारा मीडिया कैंपेन के अंतर्गत लघुवृत्तचित्र का निर्माण किया जा रहा है ।