एचआरटीसी शिमला लोकल डिपो में तैनात चालक ने की आत्महत्या
राजधानी शिमला के बालूगंज थाना अंतर्गत में राज्य पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के चालक ने आत्महत्या कर ली है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय घनश्याम निवासी गांव पैड़ी जिला मंडी के तौर पर हुई है। यह एचआरटीसी शिमला लोकल डिपो में तैनात था। पुलिस को खुदकशी से सम्बंधित कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार दोपहर बलैण जंगल के पास श्मशान घाट में पेड़ से चालक का शव लटका हुआ मिला। घास लेकर लौट रही महिला ने शव को देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार शाम चालक शिमला से बलैण रूट पर गया हुआ था। इस बस का परिचालक स्थानीय है, वह शाम को अपने घर चला गया था जबकि चालक कमरे में ही था। शाम को उसने खाना खाया और अपने कमरे में सो गया। सुबह 8:10 बजे यह बस बलैण से शिमला के लिए चलती है। सुबह जब वह तय समय पर बस के पास नहीं पहुंचा तो परिचालक ने इसे फोन किया चालक का फोन कमरे में ही था, लेकिन वह वहां पर मौजूद नहीं था। परिचालक ने इसकी सूचना अपने कार्यालय को दी। सुबह 9:30 बजे जतोग चौकी से पुलिस मौके पर पहुंची। प्रधान मनोज कुमार भी सूचना मिलने के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे। इसके अलावा बलैण व सुजाणा वार्ड के वार्ड सदस्य मौके पर पहुंच गए थे।
चालक का सारा सामान जिसमें उसका बैग, मोबाइल फोन, जूते और अन्य सामान कमरे में ही पड़ा हुआ था। शाम को उसे खाना कमरे में दिया। उसने खाना खाया। खाने में से एक चपाती बच गई थी, जो कमरे में ही थी। पुलिस ने मौके से फोन और अन्य सामान को कब्जे में ले लिया है।
डीएसपी हेडक्वार्टर कमल किशोर वर्मा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला पाया गया है। सीआरपीसी 174 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।