वैक्सीन से नहीं गुलियन बैरी सिंड्रोम से हुई आंगनबाड़ी सहायिका की मौत
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हिमाचल प्रदेश के आईजीएमसी शिमला में हमीरपुर जिले की रहने वाली महिला की मौत गुलियन बैरी सिंड्रोम से हुई है। आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि महिला के स्पाइनल कोरड (मेरुदंड) का एक सैंपल जांच के लिए पीजीआई के पैथोलॉजी लैब में भेजा था। जिसकी रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में महिला की मौत का कारण गुलियन बैरी सिंड्रोम बताया गया है। सूत्रों का कहना है कि पीजीआई ने जो अपनी रिपोर्ट दी है, उसे अब अस्पताल की एईएफआई की कमेटी देखेगी, उसके बाद ही अपनी फाइनल रिपोर्ट देगी।
उधर, छह माह बाद सैंपल की रिपोर्ट आने पर सवाल उठ रहे हैं। इस रिपोर्ट के बाद प्रबंधन के रवैये से ये स्पष्ट हो गया है कि महिला की मौत कोरोना वैक्सीन लगने से नहीं हुई हैं। फरवरी माह में कोरोना वैक्सीन लगने के 23 दिन बाद हमीरपुर की एक महिला की आईजीएमसी में मौत हो गई थी। वैक्सीनेशन के बाद मौत होने का हिमाचल प्रदेश में यह पहला मामला था। हमीरपुर जिले की लंबरी पंचायत के वार्ड दो सौड़ की प्रमिला देवी (55) पत्नी जसवंत सिंह स्थानीय आंगनबाड़ी में सहायिका थी। महिला कोरोना की मरीज नहीं थी। उसकी कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आई है। महिला को फ्रंटलाइन के तौर पर टीका लगा था। टीका लगने के बाद वह 15 दिन से बीमार चल रही थी। इसके बाद महिला की मौत हो गई थी।