इको टूरिज्म तथा खेल नगरी के रूप में विकसित होगा धर्मशाला क्षेत्र:पठानिया
1 min readधर्मशाला 07 मार्च: वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि धर्मशाला तथा इसके आसपास के क्षेत्रों को इको टूरिज्म तथा खेल नगरी के रूप में विकसित करने के लिए प्लान तैयार किया गया है ताकि युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिल सकें और खिलाड़ियों को प्रशिक्षण की बेहतर सुविधाएं मिल सकें। रविवार को राकेश पठानिया ने धर्मशाना कि भागसूनाग, मकलोडगंज, फरसेटगंज में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार बजट में भी धर्मशाला पर विशेष फोक्स किया गया है, आगामी टूरिस्ट सीजन से पहले रोप वे की सुविधा पर्यटकों को मिलेगी इसके अतिरिक्त पार्किंेग की बेहतर सुविधा के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए 334 करोड़ रुपये की परियोजनाएं कार्यान्वि की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त 296 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को प्लान तैयार किया जा रहा है।
पठानिया ने कहा कि 181 करोड़ रुपये की 28 परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है व 41 करोड़ की 6 परियोजनाओं की निविदाएं आमन्त्रित की गई हैं। जिनका कार्य भी शीघ्र आरम्भ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 74 करोड़ रुपये की लागत से अन्य विभागों के साथ कनवरजेंस कर 10 परियाजनाओं पर कार्य पूर्ण किया जा चुका है। 41.74 करोड़ रुपये की लागत से जीआईएस वेब पोर्टल, धर्मशाला स्मार्ट सिटी वेबसाईट, ई-नगरपालिका, भूमिगत डस्टबिन, समावेशी स्मार्ट सड़कों, स्मार्ट क्लासरूम, रूफटॉप सोलर प्लांट तथा रूटजोन सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं।
उन्होंनेे कहा कि 4.86 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली दलाई लामा मंदिर पार्किंग, 9 करोड़ रुपये की लागत से बैरियर फ्री बस शेल्टर का निर्माण कार्य तथा 3.84 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले पर्वतारोहण संस्थान के होस्टल का उन्नयन कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि शहर को सुन्दर बनाने के लिए 24.92 करोड़ रुपये की लागत से 7000 एलईडी स्ट¦ीट लाईट लगाई जाएंगी जिसके लिए निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी हैं। इसके अतिरिक्त 23.64 करोड़ रुपये की लागत से पैदल यात्री अनुकूल सड़कों का कार्य प्रगति पर है।
इस अवसर पर विधायक विशाल नैहरिया ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि धर्मशाला के विकास में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी तथा लोगों पेयजल, स्वास्थ्य तथा शिक्षा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, विकास कार्यों में भी लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है।