मैंने मुंबई और कनाडा नहीं जाना, देहरा ही रहना : कमलेश
1 min readसड़कों, बिजली, पानी व पुलों की समस्याओं का करवाउंगी समाधान
होशियार सिंह ने जन भावनाओं से किया खिलवाड़, नुक्कड़ सभाओं में बोलीं कांग्रेस उम्मीदवार
देहरा। कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने वीरवार को नौ नुक्कड़ सभाएं कर लोगों से अपने लिए समर्थन मांगा। उन्होंने नंदपुर, गठूतर, गुलेर, थल्ला इत्यादि जगह लोगों से सीधा संवाद करते कहा कि मुझे कनाडा और मुंबई नहीं जाना, देहरा में रहकर ही लोगों की सेवा करनी है। विधायक बनने के बाद देहरा से जाऊंगी भी तो नादौन में मायके या फिर शिमला आपके काम करवाने ही जाऊंगी। देहरा में मेरा सब कुछ है और देहरा अब मेरा ही है, इसलिए विरोधियों को ज्यादा विचलित होने की जरूरत नहीं है।
मैंने अब तक लगभग आधा देहरा विधानसभा क्षेत्र घूम दिया है, लोगों से लगातार मिलने पर अनेक समस्याएं सामने आई हैं। बिजली, पानी, सड़कों और पुलों की समस्याओं का समाधान आचार संहिता खत्म होने के बाद प्राथमिकता के आधार पर करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री से आग्रह करने के साथ ही दबाव बनाकर भी लोगों के काम करवाउंगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व आजाद विधायक होशियार सिंह ने देहरा की जनता की भावनाओं से खिलवाड़ किया है। जनता ने उन्हें 5 साल के लिए चुनकर भेजा था, लेकिन वह 14 महीने में ही दगा दे गए। निर्दलीय विधायक को इस्तीफा देने की क्या जरूरत थी, वह कांग्रेस सरकार का साथ छोड़कर भाजपा के साथ बैठ सकते थे, लेकिन उन्होंने जो डील भाजपा के साथ की, उसके दबाव में विधायकी छोड़कर दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। देहरा की जनता पर यह उपचुनाव भाजपा व पूर्व आजाद विधायक ने थोपा है। इस उपचुनाव से जनता पर करोड़ों रुपये का बोझ पड़ेगा। देहरा की जनता ने तो आजाद विधायक चुनकर भेजा था, वह सरकार के साथ चलकर काम करवा सकते थे। लेकिन, उन्होंने अपने कामों पर ही ध्यान दिया। देहरा में बिजली, पानी, सड़कों व पुलों की बड़ी समस्या है। अनेक कार्य अधूरे पड़े हैं, पुलों का काम अधर में होने से लोगों को बरसात में दिक्कत होगी। बिजली की समस्या होने से पंखे तक नहीं चल रहे। पूर्व विधायक ने अपने कार्यकाल में इन समस्याओं का समाधान क्यों नहीं करवाया।
कमलेश ठाकुर ने कहा कि विधायक जब जनता के वोट से बन जाता है तो उसके लिए कोई भाजपा-कांग्रेस नहीं होती, वह सबका जनप्रतिनिधि होता है। लेकिन, होशियार सिंह ने जनता काम भेदभाव के आधार पर किया। देहरा विकास के मामले में पिछले साढ़े छह साल में पिछड़ा है। इसकी भरपाई मुख्यमंत्री और मैं मिलकर अगले साढ़े तीन साल में करेंगे। मेरा 10 जुलाई का निमंत्रण आप सबने कबूल करना है, आपको विश्वास दिलाती हूं कि विधायक बनने के बाद निराश नहीं करूंगी। मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों से मिलकर सारे जायज काम करवाए जाएंगे।