7 एचपी एनसीसी शिमला के 9 कैडेटों का एस.एस. बी. के लिए चयन, खुशी की लहर
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कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डी.आर. गार्गी ने बताया सबसे बड़ी उपलब्धि
शिमला, जून 1
7 एच. पी. (आई) कंपनी एनसीसी शिमला के एनसीसी कैडेटों ने हमेशा किसी न किसी क्षेत्र में उपलब्धि को हासिल किया है चाहे वह गणतंत्र दिवस परेड दिल्ली हो या सामाजिक क्षेत्र या फिर कैडेटों का सेना में ऑफिसर बनना हो। मंगलवार को एक और उपलब्धि 7 एच. पी. (आई) कंपनी एनसीसी शिमला के नाम दर्ज़ हो गई जब इसी ग्रुप से एक साथ नौ एनसीसी कैडेटों का सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (एस. एस. बी.) के लिए चयन हुआ। इनमें सात एनसीसी कैडेट लड़कियों और दो लड़कों का चयन हुआ है जो देश के विभिन्न एस. एस. बी. केंद्रों में साक्षात्कार के लिए रिपोर्ट करेंगें। 7 एच. पी. (आई) कंपनी एनसीसी शिमला के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डी.आर. गार्गी ने खुशी ज़ाहिर करते हुए बताया कि एक ही एनसीसी ग्रुप से नौ एनसीसी कैडेटों का एस. एस. बी. के लिए चयन होना अभी तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। कर्नल डी.आर. गार्गी ने कहा कि यह उपलब्धि इसलिए भी है कि नौ स्थानों में इस चयन के लिए सात लड़कियों ने बाजी मारी हैँ और चयन के लिए प्रशिक्षण सहित विभिन्न एनसीसी ग्रुप मुख्यालयों की ओर से आयोजित टेस्ट पास कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डी.आर. गार्गी ने बताया कि पंजाब और हरियाणा एनसीसी ग्रुप मुख्यालय से केवल एक-एक कैडेट का एस.एस. बी. के लिए चयन हुआ है जबकि एनसीसी शिमला के अधिक कैडेटों का चयन हुआ जो साक्षात्कार में सफल होने के बाद भारतीय सेना में ऑफिसर बनेंगें। कर्नल गार्गी ने कहा कि एस.एस.बी. के लिए अधिक लड़कियों का चयन होना अपने आप में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है जो बेटियों के हौंसले व जज्बे को बुलंद करता है और महिलाओं को किसी भी क्षेत्र में कामयाब होने के लिए प्रेरित करता है। गार्गी ने कहा कि बेटियों को बेटों की तरह समझें तो बेटियाँ आत्मनिर्भर और हर क्षेत्र में सफलता हासिल रखने का जज्बा रखती हैं चाहे वह क्षेत्र रणभूमि ही क्यों न हो। कमांडिंग ऑफिसर गर्मी ने बताया कि हिमाचल में ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में एनसीसी से सेना में जाने के लिए बहुत जोश देखा गया है लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन नहीं मिलता और सूचनाओं का अभाव रहता है। कर्नल गार्गी ने कहा कि एनसीसी के जरिए तीन सर्टिफिकेट ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ दिए जाते हैं। तीनों सर्टिफिकेट में प्रवेश करने के नियम अलग-अलग होते हैं, इनमें सबसे ज़्यादा अहमियत एनसीसी ‘सी’ सर्टिफिकेट वालों को मिलता है क्योंकि इसके जरिये एस. एस. बी. साक्षात्कार के लिए अभियर्थियों का चयन होता है। कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डी.आर. गार्गी और एनसीसी नोडल अधिकारी प्यार सिंह ठाकुर ने 7 एचपी एनसीसी शिमला के सभी एनसीसी यूनिट के एसोसिएट एनसीसी अधिकारियों, स्टाफ़ सदस्यों, सभी शिक्षण संस्थानों के प्रधानचार्यों, सेना व एनसीसी के ट्रेनिंग जेसीओ अफ़रोज़ खान, ट्रेनिंग हवलदारों को कैडेटों को सही दिशा में प्रशिक्षण, सुविधा और एस. एस. बी. के लिए तैयार करने और कैडेटों की इस उपलब्धि के लिए बधाई दी हैं।
एस. एस. बी. के इन केंद्रों में इनका हुआ चयन
अंशुल नेगी (2 अगस्त, कपूरथला), कविता शर्मा (27 जुलाई, अल्लाहाबाद), त्वरित (4अगस्त, कपूरथला), जैनवबानो (26 एलिजा नेगी (26जुलाई, बंगलुरु), सोनिया (26जुलाई, बंगलुरु), अंजलि कैंथला(26जुलाई, बंगलुरु), मेघना (27 जुलाई, अजुलाई, बंगलुरु),ल्लाहाबाद) और ऋतुज़ा कुलकर्णी (28जुलाई, अल्लाहाबाद)