आयुष्मान तथा हिमकेयर योजनाओं से लाभार्थियों को पहंुचाया 14.43 करोड़ का लाभ – राजिन्द्र गर्ग
1 min readबिलासपुर, सितम्बर:- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के रोगी कल्याण समिति घुमारवीं की शासकीय इकाई की बैठक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग की अध्यक्षता में नागरिक अस्पताल घुमारवीं में आयोजित की गई।
बैठक में रोगी कल्याण समिति द्वारा चिकित्सा व शल्य चिकित्सा उपकरणों की खरीद, फर्नीचर व बिजली उपकरणों की खरीद तथा रोगी कल्याण समिति के अंतर्गत स्टाफ की वेतन वृद्धि के बारे में चर्चा की गई। बैठक में आरकेएस की दुकानों के किराया निर्धारण व सालाना नवीनीकरण आदि विषयों पर भी चर्चा हुई। बैठक में समिति के सभी गैर सरकारी व सरकारी सदस्यों ने आरकेएस के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के वेतन में 3000 रुपये की वृद्धि करने की सिफारिश की।
खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जरूरतमंद लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जिला बिलासपुर में 26539 लाभार्थी अपने कार्ड बनवा चुके हैं तथा इस योजना के अंतर्गत लगभग 5000 लाभार्थियों को चयनित अस्पतालों में मुफ्त इलाज के लिए 6 करोड़ 33 लाख रुपए प्रदान किए जा चुके हैं। आयुष्मान भारत योजना में कवर न होने वाले परिवारों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हिम केयर योजना आरंभ की गई है इसमें भी प्रति परिवार 5 लाख रुपये के निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। जनवरी 2019 से आरंभ इस योजना के अंतर्गत जिला बिलासपुर में 10500 लाभार्थियों को मुफ्त इलाज के लिए 8 करोड़ 10 लाख रुपए की राशि व्यय की जा चुकी है। इसी प्रकार आर्थिक रूप से कमजोर तथा कैंसर, अधरंग, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, थैलेसीमिया तथा पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सहारा योजना आरंभ की गई है। इस योजना के अंतर्गत हर रोगी को 2000 रुपये प्रति माह की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।
राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि कोविड के प्रकोप के समय घुमारवीं अस्पताल कोविड के इलाज के लिए समर्पित था तथा सभी के सहयोग से यहां बेहतर उपचार की व्यवस्था की गई थी। प्रदेश सरकार ने बड़ी मुस्तैदी के साथ कोविड का सामना किया तथा संसाधनों व सुविधाओं को बढ़ाया जिसमें समाज के हर वर्ग का भरपूर सहयोग भी मिला। प्रदेश में 25 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट को बहुत कम समय में स्थापित किया गया है। घुमारवीं में भी एक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो चुका है तथा दूसरे का कार्य भी शीघ्र ही पूरा होने वाला है।
बैठक में अस्पताल में रोगियों के अधिक से अधिक परीक्षण करने तथा परीक्षण में आ रही दिक्कत को दूर करने के लिए आधुनिक उपकरणों की खरीद करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अस्पताल में ए.सी. की स्थापना व अन्य वार्ड उपकरणों पर बारीकी से चर्चा कर उन्हें उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में 4 नए मेडिकल कॉलेज तथा एम्स को स्थापित कर एक बेहतरीन उपलब्धी हासिल की है। मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से घुमारवीं अस्पताल को 100 बिस्तर का कर दिया गया है तथा 11 डॉक्टर की व्यवस्था भी की गई है ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ की लागत से निर्मित किए जा रहे घुमारवीं अस्पताल के अतिरिक्त भवन का निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश को स्वास्थ्य उपकरणों के निर्माण के लिए कारखाना स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है इसका लाभ भी प्रदेश की जनता को प्राप्त होगा।
उन्होंने समिति की दवाइयों की दुकान व कैंटीन के बारे में लिए गए निर्णय को सख्ती से लागू करने की अपील की। बैठक में नागरिक अस्पताल घुमारवीं में एमडी मेडिसिन को रात्रि के स्थान पर दिन में ही ड्यूटी देने का प्रस्ताव भी पारित किया गया ताकि अधिक रोगी लाभान्वित हो सके।
रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष व एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में रोगी कल्याण समिति को कुल 6140751 की आय प्राप्त हुई। चालू वित्त वर्ष में अभी तक 1241628 रुपए विभिन्न मदों पर खर्च किए जा चुके हैं तथा वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 7488168 रुपए व्यय किए जाना प्रस्तावित है।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीश शर्मा ने रोगी कल्याण समिति की शासकीय इकाई की सौहार्दपूर्ण माहौल में बैठक करने व महत्वपूर्ण सुझाव देने के लिए सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।