उद्योग मंत्री का आईटीआई तथा महाविद्यालयों में जागरूकता शिविर आयोजित करने का निर्देश
1 min readउद्योग, परिवहन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री तथा प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष बिक्रम सिंह ठाकुर ने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड को निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की योजनाओं के विषय में प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों एवं महाविद्यालयों में जागरूकता शिविर आयोजित करें। बिक्रम सिंह ठाकुर आज डाॅ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, सोलन में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय जागरूकता शिविर कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार प्रदाता बनाने की दिशा में अग्रसर है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की अनेक योजनाएं युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगार प्रदान करने में अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के साथ-साथ हिमाचल को देश का बेहतरीन औद्योगिक हब बनाने के लिए योजनाबद्ध कार्य कर रही है। इस उद्देश्य की पूर्ति में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट अत्यन्त सफल रही है। उन्होंने कहा कि इस मीट के माध्यम से राज्य ने 95 हजार करोड़ रुपए निवेश के उद्योग स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए। इनमें से 15 हजार करोड़ रुपए निवेश को धरातल पर उतारने के लिए पहली ग्राउन्ड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित की जा चुकी है। शीघ्र ही द्वितीय ग्राउन्ड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित की जाएगी। इसके माध्यम से 15 हजार करोड़ रुपए के और निवेश को धरातल पर उतारा जाएगा।
बिक्रम सिंह ने कहा कि वर्तमान युग विपणन एवं ब्रान्डिग का युग है। राज्य सरकार ने इस दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रदेश के हस्तशिल्प एवं हथकरघा उद्योग को विश्व स्तरीय विपणन सुविधा प्रदान करने के लिए फ्लिपकार्ट आॅनलाइन प्लेटफाॅर्म के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है। उन्हांेने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड को अपने उत्पादों के बेहतर विपणन के लिए ऐसे ही समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड युवाओं को सफल उद्यमी बनाने की दिशा में कारगर है। बोर्ड द्वारा प्रदेश में 31 हजार 461 इकाईयां स्थापित कर अनुदान के रूप में 110 करोड़ रुपए तथा ऋण के रूप में 35 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं।
बिक्रम सिंह ने आशा जताई कि यह कार्यक्रम युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने इस अवसर पर पोषाहार प्रदर्शनी, स्वयं सहायता समूह प्रदर्शनी तथा पोषण प्रस्तुति के लिए समेकित बाल विकास परियोजना ओच्छघाट वृत्त, उपासना एवं अस्तित्व स्वयं सहायता समूह तथा कुम्हारहट्टी वृत्त को सम्मानित किया।
बिक्रम सिंह ने तदोपरान्त पुराना उपायुक्त कार्यालय भवन में खादी बिक्री केन्द्र एवं जिला कार्यालय का लोकार्पण भी किया।
राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम गुलेरिया ने कहा कि खादी ‘समृद्ध गांव-समर्थ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि आज खादी गुणात्मक स्वरोजगार का पर्याय बनकर उभरी है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में खादी बोर्ड ने 103 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया है। इस अवधि में उपदान के रूप में 11.43 करोड़ रुपए उपलब्ध करवाए गए तथा 373 इकाईयां स्थापित की गईं। इनमें 2984 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध हुआ। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-20 में खादी बोर्ड ने 146 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया था। वर्ष 2021-22 में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड 435 इकाईयां स्थापित कर 4380 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवधि में 13.12 करोड़ रुपए उपदान उपलब्ध करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस अवसर पर ओच्छघाट के युवा तरूण शर्मा की सफलता की कहानी पर वृत्त चित्र भी दिखाया गया। तरूण शर्मा सहित युवा उद्यमी पूजा शर्मा एवं कृतिका ठाकुर ने अपने अनुभव साझा किए।
जिला कुल्लू एवं लाहौल-स्पीति के जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी विवेक शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।