शिमला में पानी की किल्लत, मुख्यमंत्री मंत्री और विधायक गायब : भाजपा
1 min readशिमला, भाजपा के पार्षद सरोज ठाकुर, बिट्टू पान्ना और कल्याण धीमान ने कांग्रेस सरकार और निगार निगम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा की शिमला में पानी को लेकर त्राहि-त्राहि हो रही है और सरकार विफल है।
जैसा की आप सबको विदित है कि टूटू और मझ्याठ वर्ड में 9 दिन बाद पानी मिल रहा है और वह भी कांग्रेस शासित वार्डों है, लेकिन वहां के पार्षद ने चुप्पी साध रखी है।
उन पार्षदों को शिमला और वार्ड की जनता के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए।
जैसे कि आपको पता है कि 2018 में जब शिमला में पानी की दिक्कत आई थी तब भाजपा का नगर निगम था, सरकार थी और उस समय के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, मंत्री मोहिंदर ठाकुर और मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मोर्चा संभाला था। रात दिन सड़कों पर जाकर शिमला की जनता को दिक्कत नहीं आने दी थी और 10 से 15 दिन के भीतर उन्होंने उस क्राइसिस को सॉल्व कर दिया था।
सरोज ने कहा पिछले डेढ़ महीने से शिमला में लोग पानी की बूंद को तरस रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी के पार्षद खुद अपने आप से पानी के टैंकर मंगवा के लोगों को पानी पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। यह शर्मनाक है की कांग्रेस की नगर निगम है और शहर में पानी नहीं है, कांग्रेस के पार्षद भी चुप बैठे हुए हैं। कांग्रेसी नेताओं को जनता की भावनाओं के साथ खेलना बंद करना चाहिए।
उन्होंने कहा पानी के कुप्रबंधन से लोगों को काफी तकलीफ हो रही है, कोई लोग वृद्ध अवस्था में है और कुछ लोग बीमार है। वह तो टैंकरों से पानी लेने भी नहीं जा पा रहे हैं।
पानी वितरित करने में भी कांग्रेस के नेता पिक और चूज कर रहे हैं, जो नगर निगम का टैंकर है उसको कांग्रेस शाशित वार्डों में भेजा जा रहा है। भाजपा के पार्षद जब टैंकर मंगवाते हैं तो वह टैंकर पहुंचता ही नहीं है।
पानी का प्रेशर पाइपो में नहीं है, चौथी मंजिल में पानी नहीं मिल रहा है।
भाजपा ने पूछा की इस संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री, आईपीएच मंत्री और शहर के विधायक कहां गायब है ?
हम मांग करते हैं कि पानी कि इस किल्लत से शिमला की जनता को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जाए।