विक्रमादित्य सिंह को राजसी मानसिकता से बहार आ कर राजनीती करनी चाहिए

शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को लेकर दिए बयान की निंदा करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष रवि मेहता ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को राजसी मानसिकता से बहार आ कर राजनीती करनी चाहिए। मेहता ने कहा कि शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह कि बयानबाज़ी कांग्रेस पार्टी के भीतर के द्वन्द और वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि शहरी विकास मंत्री का पहले शिक्षा विभाग और अब शहरी विकास एवं सहकारिता विभाग के जरिए प्रदेश के विकास में अहम योगदान है।
प्रदेश भर में हुए विकास को कांग्रेस पचा नहीं पा रहे है और अब चुनाव के नज़दीक आने पर मीडिया के माध्यम से अनाप शनाप बयानबाज़ी कर रहे हैं।
मेहता ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह खुद कबूल कर चुके हैं कि प्रदेश सरकार ने करोडो रूपये शिमला ग्रामीण हलके में विकास के लिए खर्च किये हैं। यह इस बात का द्योतक है कि प्रदेश कि भाजपा सरकार बिना किसी भेदभाव के काम कर रही है।
सुरेश भारद्वाज पर की गई टिपण्णी को लेकर मेहता ने कहा कि कांग्रेस के भीतर अपने अस्तित्व कि लड़ाई चल रही हैं और चर्चा में बने रहने के लिए ऐसे बयानों का सहारा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुरेश भारद्वाज 4 बार विधायक, एक बार संसद, मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। शिमला और धर्मशाला में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अभूतपूर्व काम हो रहे हैं जिस से विक्रमादित्य सिंह बौखलाए हुए हैं।
उन्होंने कहा की भाजपा के नेताओं की चिंता करने की जगह विक्रमादित्य सिंह को पार्टी के भीतर अपने स्थान की चिंता करनी चाहिए।