कुटलैहड़ में जिला ऊना का पहला मकेनिकल फिल्टर सिस्टम वाला ट्रीटमेंट प्लांट बना
1 min readऊना (24 जुलाई)- कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण रामगढ़ धार पेयजल योजना के तहत ग्राम पंचायत बोहरू में बनाया जा रहा नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित कर लिया गया है तथा ट्रीटमेंट प्लांट का लिमिटेड ट्रायल भी सफल रहा है। यह जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज थाना कलां में कहा कि ट्रीटमेंट प्लांट में नई पंपिंग मशीनरी स्थापित गई है। जल्द ही यह ट्रीटमेंट प्लांट शुरू हो जाएगा, जिससे लगभग 12 पंचायतों के 55 गांवों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि रामगढ़ धार योजना के तहत बनाया गया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट जिला ऊना का पहला मकेनिकल फिल्टर सिस्टम की सुविधा युक्त प्लांट है।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि रामगढ़ धार पेयजल योजना का सुधारीकरण 16 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य 75 से 80 प्रतिशत तक पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग को इस योजना का कार्य मार्च 2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के सुधारीकरण का कार्य पूर्ण होने के बाद पूरे धार क्षेत्र में पानी की कोई कमी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारें ही प्रदेश में विकास करवाती हैं। वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार ने यह योजना स्थापित की गई थी और इससे कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के एक बड़े भाग के निवासियों को पीने के पानी की सुविधा मिल पाई थी। लेकिन आबादी बढ़ने के साथ यह योजना छोटी पड़ने लगी, जिसके चलते मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने के बाद इस योजना के जीर्णोद्धार के लिए 16 करोड़ रुपए की धनराशि जारी की गई।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि कुटलैहड़ विस क्षेत्र में पिछले तीन वर्षों में 150 करोड़ से अधिक की धनराशि जल शक्ति विभाग के माध्यम से खर्च की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में पानी के टैंकरों से जनता को पानी देने की परंपरा रही है। कांग्रेस अपने कार्यकाल के टैंकरों की याद कुटलैहड़ की जनता को ताजा कर रही है। जबकि भाजपा सरकार का लक्ष्य हर घर को नल से जल देना है, न कि टैंकरों से पानी की सप्लाई करना।