महाविद्यालय उत्कृष्ट योजना में ऊना कालेज चयनित
1 min readऊना, सितंबर – हिमाचल प्रदेश सरकार ने महाविद्यालय उत्कृष्ट योजना के तहत राज्य के 9 कालेज का चयन किया है, जिसमें सरकारी कालेज ऊना भी शामिल है। योजना के अन्तर्गत शिक्षण सुविधाओं के स्तरीय सृजन, परिसर के सौंदर्यकरण, खेल सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण तथा भवन का नवीनीकरण के लिए एक करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए आज छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के प्रिंसीपल व विभिन्न शिक्षा विभागों प्राचार्यों के अलावा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
सतपाल सत्ती ने कहा कि ऊना कालेज में न केवल वर्चुअल क्लासरूम, पंखे, बिजली, पानी का प्रबंध, टॉयलेट आदि तैयार किए जाएंगे बल्कि इस योजना के अंतर्गत कालेज के कबड्डी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, वालीबाल, हैण्डबाल, बॉक्सिंग रिंग, वेट लिफ्टिंग रिंग इत्यादि को स्तरीय व अत्याधुनिक बनाया जाएगा। इसके अलावा कालेज परिसर के सौंदर्यकरण के साथ-साथ वाहन पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था व सोलर पैनल भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कालेज के पुस्तकालय को डिजीटाइजड बनाना, वाइफाई सुविधा व सीसीटीवी भी स्थापित किया जाएंगे। इसके अलावा महाविद्यालय के गुणात्मक पहलुओं पर पूरा ध्यान रखते हुए विद्यार्थियों को हर प्रकार की सहूलियत प्रदान की जाएगी। योजना के तहत विद्यार्थियों को रूटीन विषयों के साथ साथ सेल्फ फाइनेंस, वोकेशनल जैसे अत्याधुनिक विषय भी उपलब्ध करवाने के अतिरिक्त उच्च शिक्षा की हर सुविधा विद्यार्थियों को मुहैया करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त आईलैटस कोचिंग सुविधा, रोजगार मेलों का आयोजन तथा प्लेसमेंट सैल को स्तरोन्नत किया जाएगा।
बैठक में विभिन्न शिक्षाविदों ने अपने-अपने विभाग से संबन्धित परामर्श सांझा किये तथा देश के उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों की तर्ज पर ऊना महाविद्यालय को विकसित करने बारे विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में प्रिंसीपल त्रिलोक चन्द, एक्सियन लोक निर्माण राजेश कुमार तथा महाविद्यालय के विभिन्न विषयों के प्राचार्यों ने भाग लिया।
महाविद्यालय उत्कृष्ट योजना का लाभ
सतपाल सत्ती ने कहा कि महाविद्यालय उत्कृष्ट योजना से कालेज के नवीनीकरण के साथ-साथ उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए विद्यार्थी प्रोत्साहित होंगे। अच्छी सुविधाएं, बेहतरीन विषय, अत्याधुनिक तकनीक जब तीनों एक साथ एक छत्त के नीचे विद्यार्थियों को प्राप्त होंगी, तब विद्यार्थी अपने ही आसपास स्तरीय शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे और उन्हें रुचि के अनुसार विषय चुनने का विकल्प घरद्वार पर मौजूद रहने पर दूसरे स्थान को नहीं जाना पड़ेगा।