ये बीजेपी का शिक्षा मॉडल – गौरव शर्मा
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आम आदमी पार्टी ने खोली भाजपा सरकार की शिक्षा व्यवस्था की पोल
पार्टी के प्रदेश प्रवक्त गौरव शर्मा ने शिमला शहर के स्कूलों में पहुंचकर,बदहाल स्कूलों की दशा दिखा कर , खोली शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर और भाजपा सरकार की पोल
निजी जर्जर भवनों में चल रहे स्कूल ,स्कूलों में न शौचालय और न ही पीने का पानी,कभी भी घट सकती है बड़ी दुर्घटना
शिमला के कोर्ट रोड के जीपीएस संदल और लक्कड़ बाज़ार स्थित स्कूल की दयनीय हालत का लिया जायजा
गौरव शर्मा ने कहा ऐसे हालातों में कैसे बच्चों का भविष्य बनेगा, नौनिहालों से खिलवाड़ कर रही जयराम सरकार
राजधानी के पास ऐसे हालात तो दूर गांव में कैसे होंगे,अंदाजा लगाया जा सकता है
शिमला
20 मई 2022
हिमाचल प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की पोल पूरी तरह से खुल चुकी है। शिक्षा के बड़े बड़े दावे करने वाली भाजपा और शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर शिक्षा व्यवस्था पर पूरी तरह से घिर गए हैं। शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने राजधानी शिमला के स्कूलों में पहुंचकर,हकीकत से जनता को रूबरू करवाया। उन्होंने शिमला के चक्कर में स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल संदल पहुंचकर देखा कैसे इस स्कूल की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है ,जहां निजी जर्जर हो चुके भवन में एक ही कमरे में स्कूल चलाया जा रहा है। जहां स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे में कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है जिसके लिए प्रदेश के शिक्षा मंत्री और भाजपा सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार होगी।
पार्टी प्रवक्ता गौरव शर्मा ने जब मौके पर जाकर देखा तो उनको बेहद आश्चर्य हुआ । स्कूल में पहली से लेकर 5 वीं कक्षा तक मात्र 6 बच्चे एक ही कमरे में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जबकि यहां पर दो शिक्षक तैनात हैं और शुक्रवार को स्कूल में एक ही टीचर मौजूद थे और वहां एक चपरासी के सहारे बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही थी। स्कूल की हालत इतनी दयनीय है कि न तो पीने का पानी और न ही शौचालय की व्यवस्था। ऐसे में एक तरफ शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर और सरकार के और नेता देशभर में हिमाचल को शिक्षा क्षेत्र में दूसरे नम्बर की बात करते हैं लेकिन दूसरी तरफ राजधानी शिमला के स्कूलों की दयनीय हालत शिक्षा व्यवस्था की पूरी तरह से पोल खोल रहा है।
इसी तरह उन्होंने लक्कड़ बाज़ार स्थित एक सरकारी प्राईमरी स्कूल का भी दौरा किया जहां जर्जर भवन में बच्चों को शिक्षा प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जब शिमला शहर के स्कूलों की हालत इतनी दयनीय और बदतर है तो प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों की हालत कैसी होगी भगवान ही जाने।
शिक्षा मंत्री के गृह जिला में एक कमरे में पशु औषधालय केंद्र तो दूसरे कमरे में चल रहा माध्यमिक स्कूल
उन्होंने शिक्षा मंत्री को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि खुद शिक्षा मंत्री के गृह जिले में एक ही भवन में एक कमरे में पशु औषधालय केंद्र पलाच और दूसरी तरफ राजकीय माध्यमिक स्कूल शटयाऊगी की कक्षाएं चल रही है। इसके अलावा सैंज घाटी के शैंशर में एक ही शिक्षक के सहारे दो दो स्कूल चलाए जा रहे हैं।
ऐसे में आम आदमी पार्टी शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर से सवाल पर सवाल पूछना चाहती है कि जब शहर के स्कूलों की हालत दयनीय है तो गांव के कैसे होंगे। शिक्षा मंत्री चाहे जितना भी झूठ बोले लेकिन प्रदेश की जनता उनके झूठ की पोल लगातार खोल रही है। जहां 2022-23 शैक्षणिक सत्र में स्कूलों में बच्चों की एडमिशन न होने पर 153 स्कूल बंद हो गए हैं। सरकार की नाकामी के चलते हिमाचल में शिक्षा का स्तर इतना गिर चुका है कि अब तो लोग खुद ही सरकारी स्कूलों से किनारा कर रहे हैं। स्कूलों में टीचरों के पद खाली पड़े हैं 2 हजार स्कूलों में एक एक शिक्षक चार से पांच कक्षाओं को एक ही कमरे में पढ़ा रहे हैं। क्या यही है भाजपा का शिक्षा मॉडल जहां बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। जहां न तो अच्छे भवन हैं न बैठने के लिए पर्याप्त स्थान। आखिर प्रदेश सरकार कब तक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करती रहेगी।
गौरव शर्मा ने कहा,आम आदमी पार्टी बीजेपी सरकार को साफ शब्दों में बताना चाहती है कि अब यह ज्यादा दिन नहीं चलने वाला है क्योंकिं प्रदेश की जनता ने अब मन बना दिया है जो सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दे सकती उसे सता से बाहर का रास्ता दिखाकर आम आदमी पार्टी के दिल्ली मॉडल को हिमाचल में लाना है और प्रदेश के बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाना है।