युद्ध वीरों ने किया विजय मशाल का भव्य स्वागत
1 min read ऊना 27 मार्च: भारत को सन् 1971 भारत-पाक युद्ध की सैन्य जीत के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य पर शहीदों के सम्मान में भारत यात्रा पर निकाली गई स्वर्णिम विजय वर्ष मशाल के अंतिम पड़ाव में पंजाब के होशियारपुर वज्र काॅर्पस द्वारा ऊना के शहीद स्मारक में लाया गया। कमांडर फ्लेमिंग एरो ब्रिगेड और वॉर वेटर्नज़ द्वारा विजय मशाल टीम का बैंड प्रदर्शन में शहीद धुन बजाकर मशाल टीम के साथ विजय मशाल का भव्य स्वागत किया तथा शहीद स्मारक पर माल्यार्पण कर बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान वॉर वेटर्नज ने अपनी यादों को भी सांझा किया। कमांडर फ्लेमिंग एरो ब्रिगेड द्वारा युद्ध वीरों, वीर नारियों और शहीदों के परिजनों को राष्ट्र के प्रति उनके अतुलनीय योगदान और सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा सेना को बधाई दी तथा सेना के शौर्य व पराक्र म की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश के लिए यह गौरवशाली क्षण है क्योंकि देश के शूरवीरों ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी कई बड़ी चुनौतियां है, जिनका हम सब को मिलकर सामना करना है।
इसके उपरांत युद्ध वीरों द्वारा विजय मशाल को यात्रा के अगले पड़ाव माधोपुर की ओर यात्रा जारी रखने के लिए मशाल टीम को सौंप दिया गया था।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त मेजर जनरल महेन्द्र सिंह, लै. कर्नल प्रकाश चन्द राजपूत सेना मैडल 1971 वाॅर, कै. सुखदेव सिंह वीरचक्र 1971 वाॅर, कर्नल सिजात्रा, कर्नल सतदेव सिंह, उपनिदेशक सैनिक कल्याण मेजर रघवीर सिंह, उपनिदेशक प्राथमिक शिक्षा देवेन्द्र चन्देल, कै. शक्ति चन्द, लै. ओपी शर्मा सहित सेना के अधिकारी, वीर नारियां व भूतपूर्व सैनिक व उनके परिजन उपस्थित रहे।