तंबाकू के उपयोग से निपटने के लिए एक व्यापक बहु हितधारक रणनीति के विकास की आवश्यकता
1 min readकेलांग, 6 जुलाई – प्रदेश राज्य में तंबाकू नियंत्रण कानूनों के प्रावधानों के कार्यान्वयन कर्ताओं के बीच जागरूकता पैदा करने के प्रयास में सामुदायिक चिकित्सा विभाग, डा. आरपीजीएमसीए टांडा ने प्रदेश में तंबाकू नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए ‘कैच केन्द्र’ और ‘द इंटरनेशनल यूनियन अंगेस्ट ट्यूबरकुलोसिस एंड लंग डिजीज’ के द्वारा प्रदेश में कोटपा अधिनियम के तहत आज केलांग में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कैच केंद्र का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए डब्ल्यूएचओ एफसीटीसी, एमपावर पैकेज के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाना है।
इस मुहिम का उद्देश्य एक एकीकृत बहु-हितधारक दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए कैच की योजना निगरानी और मूल्यांकन और कार्यान्वयन अनुसंधान का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण, वर्कशॉप और संसाधन सामग्री के निर्माण के माध्यम से सबसे छोटी नागरिक प्रशासनिक इकाई स्तर पर उपराष्ट्रीय धुआं मुक्त पर्यावरण क्षेत्राधिकार बनाने के लिए है।
कार्यक्रम में तंबाकू के उपयोग से निपटने के लिए एक व्यापक बहु हितधारक रणनीति के विकास की आवश्यकता पर बल दिया गया साथ ही तंबाकू के उपयोग को कम करने के लिए नीति निर्देशों को लागू करने के लिए आवश्यक विभिन्न कानूनों के बारे में विस्तार से बात की गई।
इस कार्यक्रम में पुलिस,शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में डीआईजी मंडी मधुसूदन, एसडीएम प्रिया नागटा, एसपी मानव वर्मा, डीएसपी हेमन्त, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डॉ रंजीत वैद सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।