जनजातीय क्षेत्र के छात्रों के लिए हॉस्टल खोलने के बारे ज्ञापन सौंपा
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश ने उच्च शिक्षा निदेशक हिमाचल प्रदेश को जनजातीय क्षेत्र के छात्रों के लिए हॉस्टल खोलने के बारे ज्ञापन सौंपा।
जनजातीय छात्र कार्य संयोजक आकाश नेगी जी ने कहा कि पिछले संपूर्ण कोरोना महामारी ने पूरे देश भर में छात्रों को शिक्षा से लंबित किया है। नेगी जी ने कहा की शिमला में छात्रों को कमरा ले करके पढ़ाई करना काफी खर्चीला साबित हो रहा है। हिमाचल प्रदेश जनजातीय क्षेत्र के छात्र बीते लगभग डेढ़ साल से शिमला में कमरा लेकर के अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। वे छात्र शिमला में कमरे का खर्च उठा पाने में सक्षम नहीं है जिन छात्रों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है उन छात्रों के लिए शिमला में कमरा लेकर के पढ़ाई करना मानसिक चिंता का विषय बन गया है।
नेगी जी ने कहा कि ऐसे में जनजातीय क्षेत्र के छात्रों को घरों से भी ऑनलाइन कक्षाएं लगा पाना संभव नहीं है क्योंकि जनजातीय क्षेत्रों में नेटवर्क की गंभीर समस्या देखने को मिलती है। इसलिए शिमला में भारी भरकम किराए के कमरों में रह करके पढ़ाई करना छात्रों के लिए एक चिंता का विषय बन गया है आकाश नेगी जी ने उच्च शिक्षा निदेशक अधिकारी से आग्रह करते हुए यह मांग रखी कि हिमाचल प्रदेश के सभी जनजातीय क्षेत्र के छात्रों को जल्द से जल्द हॉस्टल खोले जाएं ताकि वे आर्थिक तंगी से मुक्त होकर अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से कर सकें और जो छात्र अभी घर पर है और ऑनलाइन कक्षाएं भी नहीं लगा पा रहे हैं वे छात्र भी प्रदेश विश्वविद्यालय हॉस्टल में रह करके अपनी बड़ाई को सुचारू रूप से आगे बढ़ा सके।