शिक्षा के मामले में केरल से मुकाबले में है हिमाचल, दिल्ली कहीं नहीं : रणधीर
1 min read• हिमाचल सरकार छात्रों को 15 करोड़ के बजट से छात्रवृत्ति प्रदान करता है
शिमला, भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शिमला में पूर्व नियोजित कार्यक्रम का आयोजन किया था, जहां कार्यक्रम और प्रश्नों का निर्णय पहले ही कर लिया गया था।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को इस तरह के ड्रामे को बंद करना चाहिए, जिसके जरिए वे आम जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में केवल आप सदस्य मौजूद थे और मनीष सिसोदिया के साथ बातचीत में शामिल थे।
सिसोदिया द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार और बिना दस्तावेज के हैं।
उन्होंने कहा कि कई राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में हिमाचल पहले स्थान पर है और हमें हिमाचल की शिक्षा प्रणाली के लिए बहुत सारे पुरस्कार मिले हैं। हम केवल केरल के साथ प्रतिस्पर्धा में हैं और हमारी साक्षरता दर 96% से अधिक है।
हम मनीष सिसोदिया से पूछना चाहेंगे कि शिक्षा के मामले में दिल्ली कहां है, दिल्ली हिमाचल से काफी पीछे है।
उन्होंने कहा कि सिसोदिया द्वारा पेश किए गए सभी तथ्यों और आंकड़ों मनघड़ंत है।
हम यह बताना चाहेंगे कि हमारे राज्य में उच्च शिक्षा के 6 लाख छात्र हैं और शिक्षा के सभी स्तरों पर हिमाचल में 14 लाख से अधिक नामांकित हैं।
रणधीर ने कहा कि मनीष सिसोदिया के सभी दावे केवल राजनीतिक फायदे के लिए हैं।
हमारे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिक्षा के सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है, हमारी सरकार ने हमारे कई गैर-नियमित शिक्षकों को नियमित किया है।
हमारा राज्य पूरे राज्य में छात्रों के लिए छात्रवृत्ति दे रहा है जिसके लिए हमारे पास 15 करोड़ का बजट है।
हमारी सरकार हमारे राज्य में छात्रों को मुफ्त पोशाक, किताबें और बैग दे रही है।
हिमाचल और दिल्ली की तुलना नहीं की जा सकती है, हमारी अलग-अलग भौगोलिक स्थितियां हैं।
उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा राज्य है जहां 5 छात्रों के लिए स्कूल खोलना है क्योंकि बच्चों को लंबी दूरी तय कर स्कूल जाना पड़ता है।