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दयानंद स्कूल के छात्रो के अभिभावक ने स्कूल में फीस को लेकर बच्चो को टॉर्चर करने के लगाए आरोप

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डीसी के पास पहुचे दयानंद स्कूल के छात्रो के अभिभावक, बच्चो को स्कूल में फीस को लेकर टॉर्चर करने के लगाए आरोप,ज्ञापन सौंप कर कार्यवाई की उठाई मांग

शिमला के दयानंद स्कूल में  छात्रो से लॉक डाउन के दौरान फीस जमा न करवाने पर कुछ छात्रो को स्कूल में न तो हजारी लगाई जा रही है और न ही इनका होम वर्क चेक किया जा रहा है, साथ ही शिक्षा निदेशक के निर्देशों पर भी अम्ल नहीं किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने इन छात्रों को तुरंत प्रभाव से enrol करने के आदेश जारी किए थे| लेकिन दयानन्द स्कूल द्वारा इन बच्चों को Whattsapp ग्रुप में अभी तक शामिल नहीं किया गया है| स्कूल की तरफ से अभिभावकों व बच्चों पर फीस भरने का दबाव बनया जा रहा है, व बच्चों को मानसिक तनाव से गुजरने पर मजबूर किया जा रहा है| इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को अभिभावक शिमला उपायुक्त आदित्य नेगी के पास पहुचे ओर ज्ञापन सौंप कर स्कूल पर कार्यवाई की मांग की ।

अभिभावकों का आरोप है कि शिक्षा विभाग और सरकार की ओर से निर्देश हैं, कि लोक डाउन के दौरान ऑनलाइन कक्षाओ के दौरान पूरी फीस नही ली जा सकती है केवल टयूशन फीस ही ली जा सकती है लेकिन स्कूल ने लॉक डाउन के दौरान फीस के साथ साथ Annual Charges भी अभिभावकों से वसूली जा रही है और जो अभिभावक फीस नहीं दे रहे हैं उनके बच्चों को ना तो क्लास में हाजिरी लगाई जा रही है और ना ही उन्हें उनका होमवर्क चेक किया जा रहा है और छात्रों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। अभिभावकों में रमेश ठाकुर, मनीष मेहता, योगेश वर्मा, विरेन्दर कुमार, मोहन जागता, उमेश शर्मा, राजीव कौंडल, अंजना मेहता, निशा राणा व रेखा शर्मा मौजूद रहे|

वीरेंद्र अभिभावक वीरेंद्र कुमार ने कहा कि दयानंद पब्लिक स्कूल द्वारा मनमर्जी से फीस बढ़ाई जा रही है जबकि शिक्षा विभाग द्वारा अधिसूचना जारी की गई है कि बिना जनरल हाउस बुलाए कोई भी स्कूल फीस नहो बढ़ा सकता है लेकिन दयानंद स्कूल ने बिंना जनरल हाउस बुलाए फीस में  भारी भरकम वृद्धि कर दी है इसके अलावा स्कूल द्वारा लॉक डाउन के दौरान भी पूरी फीस जमा करवाने को लेकर दवाब बनाया जा रहा है और जो बच्चें पूरी फीस नहीं जमा करवा रहे हैं, उन छात्रो की स्कूल में हाजिरी भी नही लगाई जा रही और न ही उनका होम वर्क चेक किया जा रहा है। जबकि शिक्षा मंत्री ने लॉक डाउन के दौरान केवल ट्यूशन फीस लेने के ही निर्देश स्कूलों को दिए थे, बावजूद इसके छात्रो को मानसिक रूप से हर रोज प्रताड़ित किया जा रहा है।

वही अभिभावक अंजना मेहता ने कहा कि छात्रो को स्कूल में फीस को लेकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने लॉक डाउन के दौरान केवल ट्यूशन फीस लेने के निर्देश दिए थे लेकिन स्कूल मनमानी कर रहे है और छात्रो को हर रोज फीस जमा करवाने का दवाब बनाया जा रहा है और होम वर्क न चेक किया जा रहा है ओर वाट्सएप ग्रुप से भी बाहर निकाला गया है इसको लेकर डीसी शिमला को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की मांग की गई हैं |

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