मंडी जिला में कोरोना से मुकाबले को 6 गुना तक बढ़ाई ऑक्सीजन बेड क्षमता
1 min readमंडी, 26 मई – हिमाचल सरकार कोरोना से मुकाबले को स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती और सुविधाओं के तेजी से विस्तार पर विशेष ध्यान दे रही है। इसी क्रम में मंडी जिला में कोविड को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन बेड क्षमता में करीब 6 गुना इजाफा किया गया है। पहले जहां जिला में लगभग 120 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की सुविधा थी, इसे चरणबद्ध तरीके से अब करीब 700 बिस्तरों तक बढ़ाया जा चुका है।
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर के निर्देशानुसार जिला में स्वास्थ्य सुविधाओं में कई गुना इजाफा किया गया है। जिला में अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या में वृद्धि के साथ ही आईसीयू और वेंटीलेटर आदि सुविधाओं को मजबूत बनाया गया है। इसके अलावा नए मेक शिफ्ट कोविड अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्र तैयार किए गए हैं, जहां सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई से हर बेड पर ऑक्सीजन सुविधा दी जा रही है। जिला में आईसीयू और आक्सीजन बेड की संख्या को आवश्यकतानुरूप और बढ़ाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि जिला में कोरोना से मुकाबले को आरंभ में समर्पित कोविड अस्पताल श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा अस्पताल एवं कॉलेज में लगभग 120 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध थे। अब इन्हें बढ़ा कर 220 किया गया है। आगे इसे बढ़ा कर 300 करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पताल में लगे मैनीफोल्ड ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता में वृद्धि के साथ ही पीएम केयर्स की मदद से 500 एलपीएम क्षमता का नया ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है।
तीन डैडिकेटिड जिला कोविड अस्पताल – बीबीएमबी अस्पताल सुंदरनगर में 40, मातृ शिशु स्वास्थ्य केंद्र सुंदरनगर में 50 और सिविल अस्पताल रत्ती हैं 45 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। वहीं राधा स्वामी सत्संग ब्यास आश्रम खलियार में 200 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों का डैडिकेटिड कोविड स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है। यहां मैनीफोल्ड सिस्टम के तहत सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की गई है। भंगरोटू में करीब 100 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों का डैडिकेटिड कोविड अस्पताल बन कर तैयार है। यहां कोरोना संक्रमित रोगियों के उपचार की बेहतरीन व्यवस्था है और आईसीयू सुविधा भी तैयार की गई है।
इसके अलावा सरकाघाट, करसोग व जोगिंदरनगर में भी 10-10 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की ट्रांजिट सुविधा विकसित की गई है।