नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन
1 min readमंडी, 10 मार्च । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने आज उपायुक्त कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में नशा मुक्त अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया । कार्यशाला की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त जतीन लाल ने की । इसमें भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से वरिष्ठ समन्वयक रेशा नुसरत तथा राज्य समन्वयक इरूम मलिक विशेष रूप से उपस्थित रहीं ।
इस अवसर पर जतिन लाल ने कहा कि समूचे देश में नशे से अधिक प्रभावित जिलों में 15 अगस्त, 2020 को नशा मुक्त भारत अभियान आरंभ किया गया था । उन्होंने बताया कि विषय की गंभीरता एवं समस्या की जटिलता को ध्यान में रखते हुए इस अभियान को अगस्त, 2022 तक बढ़ाया गया है ताकि अधिक से अधिक लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया जा सके ।
मंडी जिले में चलाए नशा मुक्त भारत अभियान की जानकारी देते हुए जतिन लाल ने बताया कि संबंधित विभागों द्वारा संयुक्त कार्य योजना के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है तथा वर्तमान में भी लोगों को जागरूक करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं । अभियान के तहत अभी तक जिला में संबंधित विभागों एवं गैर-सरकारी संगठनों द्वारा लगभग 5 हजार से अधिक जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जा चुका है । इसके अलावा 107 से अधिक जागरूकता शिविर के माध्यम से चिन्हित मास्टर वालंटियर ने बच्चों व उनके अभिभावकों को नशे के दुष्परिणामों बारे जागरूक किया।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जिला में भांग उखाड़ो अभियान भी चलाया गया । अभियान के तहत जिला प्रशासन, पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायती राज, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग, सूचना एवं जन सम्पर्क, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने बहुत सराहनीय कार्य किया है ।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सूर्य प्रकाश ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सबसे पहले हमें इसकी शुरुआत अपने घर से करनी होगी । उन्होंने कहा कि दुकानों में गुटका तथा अन्य प्रकार के नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं, जिससे हमारी युवा पीढ़ी नशे के चंगुल में फंसती जा रही है । नशे के इस दानव को समाप्त करने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ।