मणिमेश यात्रा : 200 लोगो ही कर पाए पवित्र स्नान
1 min readप्रशासन द्वारा यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जानें के कारण इस वर्ष सरल रूप से मनाई जा रही श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान लगभग 200 लोगों ने ही मणिमहेश डल झील में डुबकी लगाई।
प्रतिबंध के कारण बाहरी क्षेत्रों से गिने-चुने ही यात्री आ पाए थे और हरिद्वार से लाए गंगा जल को डल झील पर स्थित चौमुखी शिवजी भगवान की पिंडी पर अर्पित करने के लिए जिला चम्बा के श्रद्धालु पहुंचे थे। मणिमहेश यात्रा के विभिन्न पड़ाव जिसम भरमौर, हड़सर, धन्छो, सुंदरासी, गौरीकुंड तथा डल झील जहां पर लोगो की भीड़ एकत्रित हुआ करती थी वहां सब सुनसान और शांत नज़र आया।
हालांकि यात्रा के मुख्य पड़ावों धन्छो में पांच दुकानें, सुंदरासी में एक, गौरीकुंड में चार दुकानें लगी हैं जो यात्रियों को खाने-पीने व रहने की व्यवस्था में मदद कर रही हैं।
वहीं डल झील पर तो दुकानें लगी हुई हैं, लेकिन अधिक संख्या में यात्री उपलब्ध नहीं थे। रविवार देर शाम पवित्र कैलाश पर्वत पर मौसम खराब होने के कारण बर्फ की सफेद चादर भी बिछ गई थी जिससे कड़ाके की शीतलहर चल रही है। लोगों ने दुकानों में शरण ली है।