महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा के लिए वन स्टाॅप सेंटर
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सोलन – कोविड-19 महामारी के संकटकाल में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा एवं आपात स्थिति में परामर्श प्रदान करने के लिए विभिन्न स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। यह जानकारी आज यहां जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र तेगटा ने दी।
सुरेन्द्र तेगटा ने कहा कि बच्चों को सहायता प्रदान करने के लिए जहां अखिल भारतीय स्तर पर 1098 नम्बर कार्यरत है वहीं जिला बाल संरक्षण इकाई सोलन द्वारा भी इस दिशा में सत्त कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं की सुविधा के लिए जिला में एक ओर जहां वन स्टाॅप सेंटर कार्यरत हैं वहीं ऐसी महिलाएं एवं बालिकाएं हेल्पलाइन नम्बर पर भी यह जानकारी दे सकती हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि सोलन जिला का वन स्टाॅप सेंटर क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी भवन के ब्लाॅक-बी में कार्यरत है। वन स्टाॅप सेंटर योजना का मुख्य उद्देश्य निजी और सार्वजनिक स्थल, परिवार, समुदाय तथा कार्यस्थल पर हिंसा से प्रभावित महिलाओं की सहायता एवं उन्हें समर्थन प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि वन स्टाॅप सेंटर में शारीरिक, यौन, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक तथा आर्थिक दुव्र्यवहार से पीड़ित महिलाओं को चिकित्सा, कानूनी, मनौवैज्ञानिक एवं परामर्श सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।
सुरेन्द्र तेगटा ने कहा कि वन स्टाॅप सेंटर में ऐसी महिलाओं एवं बालिकाआंे को 05 दिन के लिए अस्थाई आवास जैसी सुविधा भी प्रदान की जा रही है। यह सभी सुविधाएं 24×7 उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि गत 03 वर्षों में वन स्टाॅप सेंटर सोलन द्वारा 186 मामले सफलतापूर्वक निपटाए गए हैं। यहां 186 महिलाओं को अस्थाई आवास, 177 महिलाओं को मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक परामर्श, 91 महिलाओं को पुलिस सहायता, 28 महिलाओं को कानूनी सहायता तथा 25 महिलाओं को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि वन स्टाॅप सेंटर में पीड़ित महिला अथवा बालिका के पहुंचने पर सर्वप्रथम मामला दर्ज किया जाता है और पेशेवर परामर्शदाता के माध्यम से उनकी शिकायत का कारण जाना जाता है। उन्होंने कहा कि शिकायत के विश्लेषण एवं पीड़िता की इच्छा के अनुसार आवश्यक सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यह प्रयास किया जाता है कि महिला अपने परिवार के साथ सुरक्षित रहें। ऐसा न होने की स्थिति में अथवा महिला की देखभाल सुनिश्चित न होने पर उन्हें नारी निकेतन शिमला अथवा अन्य सुरक्षित संस्थान में भेजा जाता है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि पीड़ित महिलाएं अथवा बालिकाएं वन स्टाॅप सेंटर सोलन में दूरभाष नम्बर 01792-220181, जिला कार्यक्रम अधिकारी के मोबाइल नम्बर 70186-04213 अथवा केन्द्र की संस्थापक नीलम मेहता से मोबाइल नम्बर 70189-28762 पर सम्पर्क कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि पीड़ितों की सहायता के लिए सोलन जिला में सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। बाल विकास परियोजना अधिकारी सोलन से उनके मोबाइल नम्बर 94186-09675, बाल विकास परियोजना अधिकारी कण्डाघाट से उनके मोबाइल नम्बर 98160-32650, बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर से उनके मोबाइल नम्बर 94180-21640, बाल विकास परियोजना अधिकारी अर्की एवं नालागढ़ से मोबाइल नम्बर 94183-92796 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि इस सम्बन्ध में महिलाओं एवं बालिकाओं को जागरूक बनाएं ताकि आवश्यकत पड़ने पर उन्हें त्वरित सहायता उपलब्ध करवाई जा सके।