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जेबीटी और टीजीटी के लिए नहीं मिल रहे पात्र पूर्व सैनिक

हिमाचल प्रदेश में महज 30 फीसदी पूर्व सैनिक ही शिक्षक बनने की पात्रता का पूरी कर रहे हैं। 70 फीसदी पूर्व सैनिक जेबीटी और टीजीटी के पदों के लिए अनिवार्य अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) उत्तीर्ण नहीं कर पा रहे हैं। यही कारण है कि पूर्व सैनिकों के कोटे से भरे जाने वाले टीजीटी और जेबीटी के पदों के लिए योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं।

इसी माह सैनिक कल्याण विभाग पूर्व सैनिकों के कोटे से टीजीटी, जेबीटी और कला अध्यापकों के करीब 180 रिक्त पदों पर भर्ती करने जा रहा है। इसके लिए 21 अगस्त से साक्षात्कार होंगे, लेकिन इन खाली 180 पदों के लिए प्रदेश में महज 30 के करीब ही पात्र पूर्व सैनिक हैं, जिन्हें विभाग ने साक्षात्कार के लिए बुलाया है।

ऐसे में करीब 150 पद इस बार भी पूर्व सैनिकों के कोटे से खाली रह जाएंगे। अधिकतर पूर्व सैनिक ऐसे हैं, जिन्होंने सेना में रहते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की। सेवानिवृत्ति के बाद अब कई पूर्व सैनिकों ने जेबीटी कोर्स किया, लेकिन टेट उत्तीर्ण नहीं है। इस कारण वह इन पदों के लिए योग्य नहीं है। सैनिक कल्याण विभाग के पास पूर्व सैनिकों के कोटे से खाली पड़े अध्यापकों के इन पूरे पदों के लिए पात्र पूर्व सैनिक नहीं मिले हैं।

अब जून माह में हुई अध्यापक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए पूर्व सैनिकों के लिए खाली बचे पदों पर जल्द ही विभाग दोबारा साक्षात्कार कर सकता है। सैनिक कल्याण विभाग के ओएसडी बिक्रम महाजन ने कहा कि जो पूर्व सैनिक पात्र हैं, विभाग ने उन्हें कॉल लेटर भेजे हैं। 21 अगस्त से इनके साक्षात्कार विभाग के कार्यालय में ही लिए जाएंगे।

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