“जल है तो कल है” नाटक के माध्यम से लोगों को ग्रामीण पेयजल स्वच्छता के प्रति किया जागरूक
जल शक्ति विभाग लाहौल एवं स्पीति के जिला जल एवं स्वच्छता मिशन द्वारा जल जीवन मिशन के तहत पानी की शुद्धता,उपलब्धता,प्रकृतिक जल स्रोतों के सरंक्षण व संवर्धन के साथ साथ पंचायतों में गठित ग्रामीण पेयजल स्वच्छता कमेटीयों के कार्य संबंधित ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला में आज से एक दस दिवसीय जनजागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा अनुमोदित मन्नत कला मंच कुल्लू के कलाकारों द्वारा लाहौल खंड की 25 व स्पीति खंड की 12 पंचायतों में जनता को कार्यक्रम आयोजित कर गीत संगीत व नाटक के माध्यम से मनोरंजन करते हुए जल संरक्षण सम्बंधित जानकारियां दी जाएंगी।
मंच के संयोजक नवनीत भारद्वाज ने आज सिस्सू, गोन्धला व कारदंग में हुए कार्यक्रमों संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि आज मंच के कलाकारों में अशोक,संजय कुमार,खूबराम,गोपाल, मानचंद,डिम्पल, आशा शर्मा ने जहां समूह गीत,’जागो भइया जागो आज,कुएं बौड़ियाँ सूख रही है, बिन पानी जीवन सुनसान’, व लोकगीतों से खूब मनोरंजन किया वहीं कार्यक्रम में “जल है तो कल है”,नामक नाटक के माध्यम से लोगों को ग्रामीण पेयजल स्वच्छता कमेटीयों के कार्य,कमेटी द्वारा पानी के उचित प्रबंधन,जल जनित रोगों,पानी की शुद्धता, प्रकृतिक जल स्रोतों के सरंक्षण व संवर्धन बारे विस्तृत जानकारियां दी। आज हुए कार्यक्रम में जल शक्ति विभाग से जिला कंसलटेंट केमिस्ट श्रुति बोध, सिस्सू पंचायत प्रधान राजीव गोन्धला पंचायत उपप्रधान अनिल चंद,खंगसर पंचायत प्रेम प्रकाश व कारदंग पंचायत की प्रधान टशी अंगमो सहित महिला मंडल प्रधान, युवक मंडल व अन्य ग्रामीण भी शामिल रहे।
सदस्य सचिव जिला जल एवं स्वच्छता मिशन एवं सहायक अभियंता ने कार्यक्रमों सम्बंधित जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल,नल में शुद्ध जल पहुँचाया जा रहा है व पंचायतों में ग्रामीण पेयजल स्वच्छता कमेटीयों की सक्रियता में तेजी लाने के उद्देश्य से इसके गठन के फायदों को फोक मीडिया के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है। पंचायत में पानी का सारा प्रबंधन ग्रामीणों ने स्वयं अपने हाथों लेकर पेयजल की स्वच्छता, शुद्धता और इसके उचित रखरखाव के प्रति ध्यान देकर जल जनित बीमारियों पर भी अंकुश लगाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा भी समय समय पर पेयजल स्रोतों की नियमित सफाई की जाती है साथ ही जिला की सभी ग्राम पंचायतों में पेयजल की गुणवत्ता जांच हेतु जल जांच किटें भी दी गई है तथा जल शक्ति विभाग की प्रयोगशालाओं में भी पेयजल की समय समय पर जांच की जा रही है।

