भुंतर से देर रात दो ट्रकों में लगभग 150 प्रवासियों भेजे गए सुंदरनगर
1 min readकुल्लू – जिले के भुंतर नगर परिषद क्षेत्र की सूरत बदलने के मास्टर प्लान की पोल मंगलवार देर रात को सुंदरनगर में तब खुल गई जब भुंतर से देर रात दो ट्रकों में लगभग 150 प्रवासियों को परिवार सहित बिना किसी प्रशासनिक आदेश के छोड़ने की कोशिश की गई। इन ट्रकों में प्रवासी महिलाएं और बच्चे ठूंस-ठूंस कर भरे थे। वे ट्रक में हिलडुल भी नहीं कर पा रहे थे। सांस लेना भी मुश्किल था। इस अमानवीय घटना को लेकर हिमाचल ह्यूमन राइट्स केयर ने प्रशासन की कड़ी निंदा की है।
हैरानी की बात है कि रात के अंधेरे में गुपचुप तरीके से प्रवासियों को भुंतर प्रशासन, पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारियों ने कुल्लू जिले से खदेड़ कर अन्य जिलों में भेज दिया। ट्रक सुंदरनगर शहर के रोपा में प्रवासियों को उतारने के लिए रुके तो स्थानीय लोगों को इसकी भनक लग गई। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रवासियों को उन्हीं के ट्रक में बैठाकर मंडी जिले की सीमा से बाहर भेज दिया। जब बिलासपुर पुलिस को जानकारी मिली तो उन्होंने नाका लगाकर दोनों ट्रकों को जिले की सीमा से बाहर पंजाब रवाना कर दिया।
एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि कुल्लू जिला प्रशासन ने प्रवासियों को ट्रकों में उनके गंतव्य के लिए रवाना किया था। उन्होंने सुंदरनगर के रोपा में अवैध रूप से झोपड़ी लगाने की कोशिश की। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उन्हें उनके वाहन में गंतव्य की ओर रवाना कर दिया है।