मंडी जिला में कोरोना काल में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में लाए गए 10 हजार से ज्यादा लोग
1 min readमंडी, 12 जून – कोरोना के संकट काल में हिमाचल सरकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना प्रदेश के लाखों जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान साबित हुई है। इससे लोगों को कोरोना के कठिन समय में घर के खर्चे चलाने में बहुत मदद मिली है। योजना के तहत मंडी जिला में कोरोना काल में मौजूदा लाभार्थियों को समय पर पेंशन प्रदान करने के साथ ही इस अवधि में बड़ी संख्या में नए मामले स्वीकृत कर गरीबों-जरूरतमंदों की सहायता की गई।
जिला कल्याण अधिकारी मंडी आर.सी.बंसल बताते हैं कि मंडी जिला में बीते साल भर में 10 हजार 27 नए मामले स्वीकृत कर लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में लाया गया है। जिला में अब वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांगजन, कुष्ठ रोगी पुनर्वास भत्ता एवं ट्रांसजैन्डर श्रेणियों में कुल 1 लाख 9 हजार 877 लोग सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में कवर हैं। इसके लिए सालाना लगभग 160 करोड़ रुपये धनराशि व्यय की जा रही है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया है, जिसमें कोई आय सीमा नहीं रखी गई है। इस निर्णय से वरिष्ठजनों को विशेष लाभ पहुंचा है। अब सरकार ने 65 से 69 साल के आयु समूह में भी पात्र महिलाओं के लिए पेंशन की व्यवस्था की है।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में आए सभी लाभार्थियों ने एकस्वर में मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का आभार जताया है। उनका कहना है कि कोरोना के संकट में भी जन कल्याण को सर्वोपरि रखकर श्री जय राम ठाकुर गरीबों-जरूरतमंदों का सहारा बने हैं।
मंडी जिले के वीर तुंगल गांव की रीता देवी बताती हैं कि पिछले साल उनके पति के देहांत के बाद उनके लिए घर का खर्चा चलाना मुश्किल जान पड़ता था, सरकारी पेंशन लगने से यह परेशानी दूर हो गई है। उन्होंने पेंशन लगाने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
वहीं ग्राम पंचायत भरगांव के बुजुर्ग दंपति सेवक राम और संती देवी की तरह ही तल्याहड़ के टेक चंद और प्रेम कुमारी को भी 70 साल की आयु पूरा होने पर सरकारी पेंशन लगी है। उनका कहना है कि इससे घर-गृहस्थी और दवाइयों का खर्चा चलाने में बड़ी सहुलियत हो गई है। बडयार गांव की चिंता देवी और लोहारड़ की कमलेश देवी ने विधवा पेंशन और तल्याहड़ की भाटी देवी भी वृद्धावस्था पेंशन लगने पर सरकार का आभार जताया है।
वहीं पहले से योजना का लाभ ले रहे लाभार्थियों ने पूरे कोरोना काल में समय पर पेंशन दिए जाने की पक्की व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया है।
क्या कहते हैं जिलाधीश
जिलाधीश ऋग्वेद ठाकुर का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर के निर्देशानुरूप मंडी जिला में इस ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि गरीब, जरूरतमंद लोगों को आर्थिक तंगी की वजह से कोई दिक्कत न हो। सभी पात्र लोगांे तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए समर्पित प्रयास किए जा रहे हैं।
किसको कितनी पेंशन
बता दें, हिमाचल सरकार ने 70 साल से अधिक आयु और 70 प्रतिशत या अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों की मासिक पेंशन बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी है। वहीं अन्य दिव्यांगजनों व विधवा पेंशन 1000 रुपये प्रति माह, जबकि अन्य श्रेणियों में पात्र लोगों को 850 रुपये प्रति माह पेंशन दी जा रही है। 65 साल से ऊपर की पात्र महिलाओं के लिए भी 1000 रुपये महीने की पेेंशन का प्रावधान किया गया है।