‘मैरी क्यूरी फैलोशिप’ पर किया हिमाचल की बेटी ने कब्ज़ा
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हिमाचल ट्राइबल इलाके किन्नौर की बेटी वर्तिका बिष्ट का डंका विदेशी धरती पर बज रहा है। क़ाबलियत की वजह से वर्तिका का चयन पीएचडी के लिए ‘मैरी क्यूरी फैलोशिप’ (Marie Curie Fellowship ) के लिए हुआ है। शायद, ये फ़ेलोशिप लेने वाली वर्तिका पहली हिमाचली युवती हो। 2015 में प्रौद्योगिकी स्नातक करने के लिए गणित और कंप्यूटिंग विभाग में आईआईटी दिल्ली में दाखिला मिला था। बता दे कि इस फ़ेलोशिप के आधार पर वो नीदरलैंड में जैव सूचनाविद् के क्षेत्र में पीएच.डी (P.h.D. as a Bioinformatic) कर रही है।
स्नातक करने के बाद, वो अपने कौशल का उपयोग किसी ऐसे स्थान पर करना चाहती थी, जिससे लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया जा सके। लिहाजा 2019 सितंबर में जीव विज्ञान के क्षेत्र में सूचना विज्ञान के उपयोग पर एक प्रमुख शुरुआत करने के लिए जैव सूचना विज्ञान बर्मिंघम विश्वविद्यालय, यूके (University of Birmingham, UK) से मास्टर डिग्री करने का फैसला किया।
किन्नौर के तांदा गांव की रहने वाली वर्तिका ने 10वीं की पढ़ाई सेक्रेड हार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 26, चंडीगढ़ से की है। स्कूल में शिक्षकों ने उसके प्रयासों की सराहना की और क्रांतिकारी सोच को प्रोत्साहित किया।