नाबार्ड, हिमाचल प्रदेश द्वारा निवेशकों हेतु खाद्य प्रसंस्करण निधि पर बैठक
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शिमला,28 जनवरी– नाबार्ड, हिमाचल प्रदेश ने आज दिनांक 28 जनवरी 2021 को शिमला में अपने क्षेत्रीय कार्यालय में निवेशकों की बैठक आयोजित की। बैठक की अध्यक्षता नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक दिनेश के कपिला ने की तथा श्री दिनेश रैना, मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड एवं नाबार्ड के अन्य अधिकारी, श्री रमेश वर्मा, संयुक्त निदेशक, उद्योग विभाग, श्री सुरेश कपूर, उप-निदेशक, कृषि विभाग, श्री अनिल चौहान, वरिष्ठ विपणन अधिकारी, एचपीएसएएमबी, श्री एमपी गुप्ता, फूड टेक्नोलॉजिस्ट, बागवानी विभाग, श्री भूपेश बंसल, महाप्रबंधक, क्रेमिका फूड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, श्री संजय परमार, ईडी, क्रेमिका फूड पार्क प्रा. लिमिटेड ने भाग लिया। बैठक में सीआईआई, फिक्की, नेशनल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड, नाबार्ड समर्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, वाईएस परमार विश्वविद्यालय, आईआईटी मंडी और कई भावी उद्यमियों ने भी वेब माध्यम से हिस्सा लिया।
मुख्य महाप्रबंधक श्री दिनेश कपिला ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और उन्हें हिमाचल प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने भारत सरकार , नाबार्ड और हिमाचल प्रदेश सरकार के अनुदान और सब्सिडी आधारित योजनाओं से लाभ उठाने के लिए भावी उद्यमियों को प्रेरित किया। । उन्होंने कृषि उत्पाद को मूल्य श्रृंखला में अंतर को कम करने और मूल्यवर्धन द्वारा बेहतर कीमत की प्राप्ति के लिए खाद्य प्रसंस्करण की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्य महाप्रबंधक श्री दिनेश रैना ने गुजरात में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सफल उपक्रम पर संक्षेप में प्रकाश डालते हुए प्रतिभागियों को नाबार्ड में स्थापित खाद्य प्रसंस्करण निधि का उपयोग कर सब्जियों, सेब और राज्य में ऍक्ज़ॉटिक् फलों के प्रसंस्करण में संभावनाएं तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया।
बैठक के दौरान, श्री सुरेश कपूर, उप निदेशक, कृषि विभाग द्वारा एक पावरपॉइंट प्रस्तुति की जिसके माध्यम से उन्होनें राज्य में प्रमुख कृषि फसलों की स्थिति और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का समर्थन करने के लिए उपलब्ध अधिशेष की जानकारी दी। श्री रमेश वर्मा, संयुक्त निदेशक, उद्योग विभाग ने प्रतिभागियों को पीएम किसान सम्पदा योजना, स्टेट मिशन ऑन फूड प्रोसेसिंग और पीएम फोरमलाइज़ेशन ऑफ माइक्रो फूड एंटरप्राइजेज (पीएमएफएमई) के तहत उपलब्ध अनुदान आधारित सहायता के बारे में बताया।
नाबार्ड द्वारा खाद्य प्रसंस्करण निधि (FPF) के तहत उपलब्ध रियायती ऋण सुविधा पर एक प्रस्तुति की गई। प्रतिभागियों को नाबार्ड के माध्यम से एफपीएफ के अंतर्गत उपलब्ध वित्तीय सहायता प्राप्त करने की संभावना तथा प्रक्रिया से अवगत कराया गया। क्रेमिका फूड पार्क प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री संजय परमार द्वारा प्रतिभागियों को फूड पार्क में मौजूदा सुविधाओं और निवेश की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी।