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धौलासिद्ध प्रोजैक्ट से 118 करोड़ की जलापूर्ति स्कीमें प्रभावित होने बारे स्थिति स्पष्ट करे सरकार : राजेंद्र राणा

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सुजानपुर के विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा है कि धौलासिद्ध प्रोजैक्ट के क्रियान्वयन से हमीरपुर, मेवा व बमसन सहित साथ सटे जिला कांगड़ा के कुछ क्षेत्रों की 118 करोड़ रुपए की पानी की स्कीमें प्रभावित होने बारे जो आंतरिक रिपोर्ट आई है, उस बारे सरकार को तुरंत अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए क्योंकि यह गंभीर मसला है और इससे आने वाले दिनों में हजारों लोग प्रभावित होंगे। जारी बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि धौलासिद्ध प्रोजैक्ट लगे, इसका वह स्वागत करते हैं लेकिन इससे अरबों रुपए की पानी की स्कीमें प्रभावित नहीं होनी चाहिए क्योंकि इससे आने वाले समय में जल संकट और गहरा सकता है।

राजेंद्र राणा ने कहा कि धौलासिद्ध प्रोजैक्ट में स्थानीय लोगों की अनदेखी करके बाहरी लोगों को रोजगार दिया जाने का मामला पहले से गर्माया हुआ है और अब इस नई रिपोर्ट ने इलाका वासियों को चिंतित कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब इस प्रोजैक्ट का एमओयू हस्ताक्षरित हुआ था तब स्थानीय लोगों को इसमें रोजगार देने की बात तय हुई थी लेकिन 80 प्रतिशन लोग बाहर से रखे गए हैं और स्थानीय लोगों के हितों को बलि चढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

राजेंद्र राणा ने सुजानपुर हलके में उद्घाटन व शिलान्यास के बहाने मुख्यमंत्री के दौरे पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि अपने मौजूदा कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री सिर्फ दूसरी बार इस विधानसभा क्षेत्र में आए हैं और उन्होंने कांग्रेस कार्यकाल में स्वीकृत भवनों का लोकार्पण किया है। उन्हें 5 साल तक इस विधानसभा क्षेत्र से यहां के भाजपा नेताओं ने क्यों दूर रखा, यह रहस्य भी सुजानपुर की जनता जानना चाहती है। क्या स्थानीय भाजपा नेताओं की मुख्यमंत्री के साथ तालमेल की कोई कमी थी या फिर कोई और रहस्य था जिसकी वजह से मुख्यमंत्री को सुजानपुर के विकास से दूर रखने के लिए उनके कार्यक्रम नहीं करवाए गए।

राजेंद्र राणा ने कहा कि इलाके की जनता अब यह भी चर्चा कर रही है कि कांग्रेस कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह स्थानीय विधायक राजेंद्र राणा के निमंत्रण पर हर 6 महीने बाद सुजानपुर हलके के दौरे पर आते थे और दिल खोलकर विकास के तोहफे प्रदान करते थे लेकिन भाजपा शासन में यहां के भाजपा नेताओं ने अपनी पूरी ऊर्जा मुख्यमंत्री को सुजानपुर से दूर रखने के साथ-साथ यहां के विकास कार्यों में अड़ंगा लगाने में ही लगाई। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि प्रदेश में चुनावों की आचार संहिता लगने से पहले सुजानपुर में 50 लाख की लागत से घोषित किया गया बस अड्डा भी बनकर तैयार हो जाएगा और यह घोषणा जुमलेबाजी नहीं बनेगी।

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