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सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में तलाशी संभावनाएं: पर्यटन को लगे पंख: मोहित सूद

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शिमला, सितंबर 20: मोहित सूद ने पर्यटन के क्षेत्र में भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए उल्लेखनीय कार्याें पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रोपवे प्रोजेक्ट हिमाचल में पर्यटन और तीर्थाटन के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। इस दिशा में शिमला, कुल्लू, मनाली, चंबा और धर्मशाला सहित प्रदेश में 13 स्थानों पर 5 हजार 644 करोड़ की लागत से विश्व स्तरीय रोपवे बनायें जायेंगे। हमारी सरकार के प्रयासों से ही इस वर्ष धर्मशाला रोपवे की सौगात मिली है। इससे धर्मशाला पर्यटन को पंख लगेंगे।

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में उड़ान प्रोजेक्ट के तहत पांच हैलीपोर्ट का निर्माण किया गया है। यह हैलीपोर्ट शिमला, बद्दी, रामपुर, मण्डी और मनाली मेें बनाए गए हैं। सरकार के इन्ही प्रयासों के कारण ही चण्डीगड़ से शिमला और रामपुर, मण्डी, धर्मशाला के लिए हैली टैक्सी सेवा शुरू की गई।
मण्डी में हवाई अड्डे की डीपीआर अंतिम चरण में है जल्द ही मण्डी हवाई अड्डे की आधारशिला रखी जायेगी। इससे मण्डी क्षेत्र में पर्यटन को पंख लंगेंगे।

पर्यटन विस्तार के लिए केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने स्वदेश योजना शुरू की है इसके तहत चंबा में भलेई में कला एंव सांस्कृतिक केन्द्र, मनाली में आर्टिफिशियल क्लांइविंग वॉल कांगड़ा में विलेज हट का निर्माण और हाटकोटी मंदिर के सुदृढ़िकरण का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा क्यारीघाट में कन्वेंशन सेंटर और बीड बिलिंग में पैराग्लाइडिंग सेंटर का कार्य लगभग पूरा होने वाला है।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई राहें नई मंजिलें शुरू की साल 2018 से लेकर अब तक लगभग 250 करोड़ रूपये इस योजना के तहत स्वीकृत किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए होमस्टे योजना शुरू की गई। होम स्टे के लिए कमरों की संख्या 3 से बड़ा कर 4 कर दी है।

इस योजना के तहत बीड बिलिंग, चांशल घाटी, जंजेहली को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। हमारी सरकार में वाटर स्पोटर्स एक्टीविटीज के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।

साहसिक प्रर्यटन जैसे वाटर स्पोटर्स, पैरा ग्लाईडिंग और स्की विलेज़ को बढ़ावा दिया जा रहा है। साहसिक खेलों में एथरो स्पोटर्स, राफिटंग विविध वाटर र्स्पाटर्स आदि के लिए नियम बनाए हैं ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिशिचत की जा सके।

कोरोना काल में पर्यटन उद्योग को राहत दी गई, होटल कारोबारियों को बिजली-पानी के बिल में राहत प्रदान की गई। हमारी सरकार ने हिमाचल पर्यटन के बुनियादी ढ़ांचे को विकसित करने के लिए नई प्रर्यटन नीति 2019 लागू की है। केन्द्र ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत ढ़ांचा विकसित कर 2095 करोड़ रूपये की एडीबी फंडिग के तहत अधोसंरचना विकास परियोजना को सेधान्तिक मंजूरी दी है।

इन सब टूरिज्म क्षेत्र के कार्यों से हम हिमाचल को विश्व मानचित्र पर उपयुक्त स्थान पर ले जाने के लिए कृत संकल्प है और आने वाले टाइम में हिमाचल में बहुत सारे रोजगार एवं टूरिज्म आर्थिकी के अवसर हमारे युवाओं एवं उद्यमी को मिलेंगे ।

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