वरिष्ठ नागरिक पंचायत घर में हर सोमवार तथा बुद्ववार को करवाएं निःशुल्क पंजीकरण
1 min readकुल्लू 19 मार्च – कोविड-19 के पुनः बढते मामलों के मद्देनजर समस्त उपमंडल दंडाधिकारी, विकास खंड अधिकारी तथा खंड चिकित्सा अधिकारी अपने-2 क्षेत्रों में आज ही से सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण (आईईसी) गतिविधियों को मिशन मोड में शुरू करें ताकि अधिक से अधिक लोगों का कोरोना संक्रमण से बचाव किया जा सके। वह जिला में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर आज जिला के समस्त उपमंडल दंडाध्किारियों, विकास खंड अधिकारियों तथा खंड चिकित्सा अधिकारियों को कुल्लू से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि विकास खंड अधिकारी अपने-2 ेविकास खंड के अंतर्गत सभी ग्राम पंचायत घरों में सहायता केन्द्र स्थापित करें तथा इन केन्द्रों में पंचायत सचिव, वार्ड पंचों के माध्यम से हर सप्ताह दो दिन सोमवार तथा बुद्ववार 2 बजे से 4 बजे तक 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण करना सुनिश्चित करें ताकि इन लोगों को स्वास्थ्य केन्द्रों में कोराना वैक्सीनेशन करवाने में किसी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने कहा कि पंचायत घरों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोराना वैकसीन लगवाने के लिए निःशुल्क में पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके लिए उन्हें अपना आधार कार्ड तथा मोबाईल नम्बर देना होगा। उन्होंने कहा कि इससे वैक्सीनेशन के दौरान स्वास्थ्य केन्द्रों पर ज्यादा भीड़ नहीं लगेगी, वरिष्ठ नागरिकों को असुविधा नही होगी तथा कोरोना संक्रमण से बचाव में भी सहातता मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने वाली है ऐसे में जिला में अभी से पूर्व एहतियात उपाय अपनाने की आवश्यकता रहेगी।
उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वह कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना के मामलों वाले क्षेत्रों में छोटे-2 कंनटेनमैंट जोने बनाएं। इसके साथ ही ऐसे क्षेत्र में आस-पड़ौस तथा परिवारों की कंटैक्ट ट्रेसिंग करना सुनिश्चित करें। एक्टिव केस फाईडिंग कमेटी बनाकर उन्हें अभी से तैयार रखा जाए ताकि समय पर उन्हें सक्रिय किया जा सके। अपने क्षेत्र में मोबाईल वैन के माध्यम से अनाउंसमैंट कर लोगों को कोराना के संक्रमण से बचाव को लेकर जागरूक किया जाए। उन्हें सामाजिक दूरी अपनाने, मास्क का प्रयोग तथा सेनिटाईजेशन जैसे जरूरी उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित एवं जागरूक किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिला में पर्याप्त कोराना वैक्सीन उपलब्ध है तथा सभी को यह समय-2 पर लगाई जा रही है। वैक्सीन व्यक्ति को केवल सुरक्षित करेगी। इसलिए वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को मास्क, सामाजिक दूरी, स्वच्छता जैसेे जरूरी उपायों को अपनाना ही होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले ही जिला कुल्लू में सभी प्रथम पंक्ति के कोरोना योद्वाओं को वैक्सीन की दूसरी डोज लगा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिला में स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय अस्पताल में हर सप्ताह मंगलवार, बीरवार, शुक्रवार तथा एक रविवार छोड़कर दूसरे रविवार को जबकि सिविल अस्पतालों में हर सप्ताह मंगलवार, शुक्रवार तथा एक रविवार छोड़कर दूसरे रविवार को कोरोना से बचाव हेतु बैक्सीन लगाई जा रही है। इसी प्रकार सीएचसी में हर सप्ताह मंगलवार तथा शुक्रवार, पीएचसी में हर सप्ताह प्रत्येक मंगलवार को जबकि स्वास्थ्य उप केन्द्रों पर हर सप्ताह वीरवार को कोरोना से बचाव हेतु बैक्सीन लगाई जा रही है। उन्होंने सभी बीएमओज को अपने-2 चिकित्सा खंडों में प्रतिदिन 300 से 500 तक टैस्टिंग दर को बढ़ाने को कहा। इससे कोरोना पाॅजीटिव मामलों को बेहतर ढंग से नियंत्रण करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आगामी 22 अप्रैल को होने वाली विशेष ग्राम सभा की बैठक में भी पंचायत प्रतिनिधि 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों केे कोराना वैक्सीन के लिए निःशुल्क पंजीकरण को लेकर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क लगाने, सामाजिक दूरी अपनाने तथा स्वच्छता को लेकर भी जागरूक एवं प्रेरित करेंगे।
उन्होंने जिला के सभी अधिकारियों को कोरोना के संक्रमण से बचाव को लेकर स्वयं तथा अपने स्टाफ को सभी प्रकार के एहतियाती उपाय अपनाने के निर्देश दिए। विकास खंड अधिकारी तथा खंड चिकित्या अधिकारी परस्पर हर समय समन्वय बनाकर रखें। लोगों को कोरोना के बचाव को लेकर सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण सामग्री गतिवधियों को चलाकर तथा मोबाईल बैन के माध्यम से अनाउंसमैंट कर लोगों को जागरूक करें ताकि कोरोना की दूसरी लहर को बेहतर ढंग से झेला जा सके।
उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली डोज लगाने के बाद लोगों को दूसरी डोज 28 दिन बाद हर हालात में लगानी होगी, किसी कारणवश देर होने पर लोग इसे 30वें दिन भी लगा सकते हैं। लेकिन इन दोनों डोज को लेने के बाद भी सामाजिक दूरी, मुहं पर मास्क लगाना तथा स्वच्छता के मानकों को अपनाना सबके लिए पहले की तरह ही अनिवार्य होगा।