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प्रदेश में कानून व्यवस्था का निकला जनाज़ा – वंदना

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महिलाओं से अत्याचार के मामलों में निरंतर हुई वृद्धि

सरकार मस्त , जनता त्रस्त

शिमला, भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष वंदना योगी ने प्रदेश सरकार को प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था मामले में आड़े हाथों लिया है । उन्होने कहा कि बीते एक माह मे महिलाओ के साथ हुए हादसों ने प्रदेश को झकझोर कर रख दिया हैं ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार और उनके मंत्री महिला सुरक्षा की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, परंतु एक माह मे तीन बड़ी घटनाओ ने उनकी संवेदनहीनता कि पोल खोल कर रख दी हैं। बद्दी में एक बच्ची से हुआ गैंगरेप का मामला, इसके अतिरिक्त नगरोटा बगवां में एक 12 वर्षीय बच्ची से हुआ रेप का मामला, उनके दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा की कंडाघाट थाने के अंतर्गत प्रवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने तो प्रदेश की तस्वीर ही बिगाड़ के रख दी है। यह सब मामले लाचार कानून व्यवस्था को दर्शा रहे है ।
आज प्रदेश की मातृ शक्ति स्वयं को पूरे प्रदेश में असुरक्षित महसूस कर रही है और जो माता बहनों को बड़े-बड़े वादे देकर सत्ता में काबिज हुए थे, वह वायदे पूरे करना तो दूर, उनकी सुरक्षा करने में भी असमर्थ और असहाय सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा की सरकार अपनी मौज में है और उसे आम जनमानस की सुरक्षा और उसकी भावना से कोई लेना देना नहीं है, ऐसा प्रतीत हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जब कानून की हिफाजत में जब्त किया गया 33 किलोग्राम चरस ही गायब हो सकता है, तो आम जनमानस स्वयं को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा।
उन्होंने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान एन आई टी हमीरपुर में एक छात्र की चिट्टा सेवन से हुई मौत संदेह के दायरे में आ गई है और इस पर प्रशासन की अब तक की कार्रवाई कई तरह के प्रश्नचिन्ह के घेरे में है । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार इस मामले में लीपा पोती किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं वह स्वयं कई प्रश्न खड़े कर रहे हैं ।
वंदना योगी ने कहा की प्रदेश में लाचार होती कानून व्यवस्था सरकार की अक्षमता सिद्ध कर रही है । उन्होने कहा की हर माह 40 मामले छेड़छाड़ के पूरे प्रदेश में दर्ज किए जा रहे हैं, इसके अतिरिक्त जनवरी से सितम्बर के 9 माह मे ही प्रदेश में बलात्कार के लगभग 265 मामले दर्ज किए जा चुके हैं । इसके अतिरिक्त महिलाओं से हिंसा के मामलों में निरंतर हो रही वृद्धि प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही हैं ।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार केवल अपनी इमेज बचाने के प्रयासो मे लगी हैं उसे आम जनमानस की सुरक्षा से कुछ लेना देना नहीं हैं ।

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