खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री ने त्यूण खास में डाॅ. भीम राव अंबेडकर की जयंती समारोह की अध्यक्षता की
बिलासपुर 14 अप्रैल – बाबा साहिब अंबेडकर ने दलित व पिछडे वर्ग की आवाज बनकर न्याय दिलाने के लिए लगातार संघर्ष करते हुए अपनी बौद्धिक क्षमता से समाज के उत्थान के लिए व देश की एकता व अखण्डता को कायम रखने के लिए बहुमूल्य योगदान दिया। यह उद्गार खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत त्यूण खास में डाॅ. भीम राव अंबेडकर की 130वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि डाॅ. भीम राव अंबेडकर ने देश की दिशा और दशा ठीक हो आम नागरिक स्वाभिमान से जीवन यापन कर सके इसके लिए भी हमेशा कृत संकल्पित रहे।
उन्होंने कहा कि डाॅ. भीम राव अंबेडकर की अध्यक्षता में भारत की लोकतांत्रिक, धर्म निरपेक्ष एवं सामावादी संविधान की सरचना हुई जिसमें में मानव के मौलिक अधिकारों की पूर्ण सुरक्षा की गई। भारत में तत्कालिन सामाजिक व्यवस्था में छुआ छुत, जाति आधारित विसंगतियों को समझते हुए पिछडे, दलितों, आदिवासियों के उत्थान के लिए संविधान में व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि बाबा साहिब के दिखाए गए मार्ग पर चलकर ही समतामूलक सामाज की स्थापना की जा सकती है। जीवन पर्यन्त सामाज को एक डोर में बांधने के लिए वे हमेशा संकल्पित रहे। उनके त्याग व बलिदान के कारण ही संविधान के माध्यम से दलित, पिछडे, शोषित समाज में समानता का प्रकाश फैल रहा है। उन्होंने कहा कि डाॅ. भीम राव अंबेडकर का यह संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल बना रहेगा।