रामशिला-ब्यासर व रायसन-शिलीहार सड़क के विस्तार से सफर हुआ आसान
1 min read28.64 करोड़ खर्च होंगे सड़क की खूबसूरती पर
कुल्लू 18 जून। मनाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत रामशिला-ब्यासर तथा दूसरे छोर से रायसन-शिलीहार सड़क के विस्तार और ब्लैक टाॅप का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। सड़क का अधिकांश भाग चैड़ा कर दिया गया है। आधे से ज्यादा भाग को पक्का करने का काम भी पूरा हो चुका है। यह सड़क क्षेत्र की लगभग 10 पंचायतों के 25 गांवों को लाभान्वित करेगी।
माटी-शिल्ला गांव के अमर चंद बताते हैं कि लगभग 40 किलोमीटर लंबी यह सड़क दोनों छोर से कुल्लू-मनाली उच्च मार्ग से जुड़ती है। यह सड़क कच्ची और काफी संकरी थी। अनेक जगहों पर ऊंचे स्थानों से गुजरती है और हमेशा वाहन चलाते समय एक भय मन में रहता था। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने अपने वायदे अनुसार इस सड़क के विस्तार और पक्का करने के लिए धनराशि का प्रबंध करवाया और युद्ध स्तर पर इसका काम भी शुरू किया। अब इस मार्ग पर सफर काफी आसान हो गया है और हजारों किसानों व बागवानों को आवागमन के साथ अपने उत्पादों को मण्डियों तक ले जाने में सुविधा मिल रही है। अमर चंद ने इसके लिए अपने विधायक गोविंद ठाकुर का आभार जताया है। उन्होंने सड़क के शेष भाग को जल्द पक्का करने की उम्मीद जताई। हालांकि सड़क पर जगह-जगह पर मशीनरी तैनात है और कार्य तेजी के साथ चला है।
बनोगी पंचायत की आशा इस सड़क में हो रहे कार्य को देखकर काफी खुश है। वह कहती है कि हर साल हजारों श्रद्धालु भेखली मंदिर में आते हैं और मंदिर तक का रास्ता काफी संकरा और डरावना था, लेकिन अब यह मार्ग न सिर्फ चैड़ा किया गया है, बल्कि पक्का भी कर दिया है। बाहरी प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालु क्षेत्र की एक अच्छी छवि लेकर जाएंगे।
क्या कहते हैं क्षेत्र के विधायक
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर का कहना है कि रामशिला-जिंदौड़-ब्यासर-शिलीहार-
गोविंद ठाकुर के अनुसार सड़क के विस्तारीकरण तथा ब्लैक टाॅप का कार्य आगामी दिसम्बर माह तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश जारी किए हैं। गोविंद ठाकुर के अनुसार उनके विधानसभा क्षेत्र में अनेकों पुलों व सड़कों के काम प्रगति पर हैं। वह सभी गांवों को सड़क सुविधा प्रदान करने के पुरजोर प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना के कारण पिछला साल लगभग पूरा बर्बाद हो गया। यह साल भी आधा कोरोना में निकल गया, लेकिन कोशिश की गई कि कोरोना के दौर में भी सड़क निर्माण का कार्य जारी रहे और ऐसा हुआ भी। कार्य पूरा करने के लक्ष्य में थोड़ा विलंब होना स्वाभाविक है, लेकिन लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए वह निरंतर प्रयासरत हैं।