कारगिल युद्ध के शहीद सिपाही यशवंत सिंह के माता-पिता को को कर्नल डी. आर गार्गी ने किया सम्मानित
1 min readशिमला, सितंबर 29
ज़िला शिमला के रोहड़ू तहसील से तालुक रखने वाले शहीद यशवंत सिंह ने कारगिल युद्ध में दुश्मनों से लोहा लेते हुए चौदह जून 1999 को कारगिल में देश की बलिवेदी पर अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। शहीद यशवंत सिंह 15 फील्ड रेजिमेंट में बतौर सिपाही व गन ऑपरेटर थे। उन्हें उस दौरान सेना में डेढ़ साल ही हुआ था। वीरवार को शहीद यशवंत सिंह के वयोवृद्ध पूर्व सैनिक रामसेन संग्रैल और माता बिमला देवी ने सेवन एच. पी. (आई) नैशनल कैडेट कोर (एनसीसी) शिमला के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल डी. आर. गार्गी से भेंट की। कर्नल गार्गी ने एनसीसी कार्यालय में शहीद यशवंत सिंह के माता-पिता को आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत सम्मानस्वरूप स्मृति-चिन्ह भेंट किया और कहा कि शहीदों का सम्मान रखना और शहीदों के परिजनों का सम्मान करना देश की सेना कभी नहीं भूल सकती न देश-प्रदेश के लोग शहीदों और सेना के बलिदान को भूल सकते हैं।