ग्रामीण विकास विभाग और स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा होने वाले निर्माण कार्य की तीसरी एजेंसी करेगी जांच
1 min readचंबा, 23 मार्च- चंबा जिला में स्कूल के कमरों के निर्माण में गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित बनाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग और स्कूल प्रबंधन समितियों द्वारा होने वाले निर्माण कार्यों की जांच अब तीसरी एजेंसी भी करेगी। इसमें पॉलिटेक्निक संस्थान चंबा और बनीखेत के सिविल इंजीनियरिंग विंग की टीम शामिल रहेगी। टीम औचक आधार पर निरीक्षण करके सुरक्षा संबंधी मानकों को अपनाए जाने के अलावा निर्माण कार्य में प्रयुक्त की गई सामग्री की भी जांच करेगी।
उपायुक्त डीसी राणा ने यह निर्देश आज जिला आपदा प्रबंधन ऑथोरिटी द्वारा चंडीगढ़ स्थित तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं शोध के राष्ट्रीय संस्थान के डॉ हेमंत कुमार विनायक के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद जारी किए। उपायुक्त ने इस बात की जरूरत पर भी जोर दिया कि निर्माण एजेंसी के साथ होने वाले करार के समय निर्माण एजेंसी को डिजाइन भी सुपुर्द किया जाए ताकि निर्माण एजेंसी उसी के अनुरूप निर्माण कार्य को पूरा करे। उन्होंने यह निर्देश भी दिए कि निर्माण कार्य की शुरुआत से लेकर उसके पूरा होने तक के विभिन्न चरणों की फोटोग्राफी करके उसका बाकायदा रिकॉर्ड तैयार किया जाए ताकि यह पता चल सके कि निर्माण कार्य की जमीनी हकीकत क्या रही। उपायुक्त ने बताया कि चंबा जिला भूकंप के खतरे की दृष्टि से जोन- 5 में आता है। ऐसे में यदि निर्माण कार्य भूकंप रोधी और सुरक्षा मानकों पर आधारित नहीं पाया गया तो निर्माण एजेंसी के खिलाफ कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी।