चंबा जिले में अब तक 33 बागवानी कलस्टर के तहत 26 डीपीआर को स्वीकृति प्रदान
1 min readकिसानों- बागवानों को स्थानीय स्तर पर आधारभूत सुविधाओं के लिए कार्य योजना बनाए विभाग -उपायुक्त
हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के तहत समीक्षा बैठक आयोजित
चंबा, जनवरी 11 – उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि जिले में किसानों और बागवानों की उपज को बेहतर दाम उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से स्थानीय स्तर पर बिक्री केंद्र खोलने के साथ सभी आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाने के लिए उद्यान विभाग जल्द कार्य योजना तैयार करें । उपायुक्त ने यह निर्देश आज वर्ल्ड बैंक के सौजन्य से वित्त पोषित हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के तहत आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए ।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से समूह आधारित गतिविधियों द्वारा बागवानों की आर्थिकी में सुधार लाने व फलों के उत्पादन को बढ़ाने और युवाओं में रोजगार के साधन मुहैया करवाना है । ऐसे में उद्यान विभाग बागवानों की फल उत्पादन क्षमता को बढ़ाने से लेकर विपणन तक सभी सुविधाओं को स्थानीय स्तर पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें ।
उन्होंने कहा कि जिले में इस परियोजना के तहत अब तक 33 बागवानी कलस्टर के तहत विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं जबकि परियोजना के तहत 26 डीपीआर को भी स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है । जिसके तहत उच्च गुणवत्ता युक्त पौधे और सूक्ष्म सिंचाई व्यवस्था को विकसित करने का प्रावधान रखा गया है ।
उपायुक्त ने फलों के विपणन में सहायक गुणवत्ता युक्त पैकिंग और ग्रेडिंग की भूमिका पर चर्चा के दौरान विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में सेब और अन्य फलों की पैकिंग और ग्रेडिंग व्यवस्था में सुधार के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएं ।
जिले में जलवायु और उपलब्ध संसाधनों के अनुरूप विभिन्न फलों के उत्पादन क्षमता को बढ़ाने व फसल विविधीकरण के उद्देश्य से उपायुक्त ने बागवानों को कीवी की पौध उपलब्ध कराने के लिए विभाग को स्थानीय स्तर पर नर्सरी स्थापित करने के भी निर्देश दिए ।
उन्होंने जिले में प्रस्तावित दो शीत भंडारण भवनों के निर्माण के लिए भी विभाग को तय सीमा के भीतर प्रक्रिया पूर्ण करने को कहा।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने बागवानी विकास परियोजना के माध्यम से चिन्हित किए गए समूहों की संख्या को और बढ़ाने व वॉटर यूजर्स एसोसिएशन के माध्यम से विभिन्न विभागीय कार्यकलापों के टेंडर प्रक्रिया में भी तेजी लाने के निर्देश जारी किए । उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि विभिन्न बागवानी कलस्टर में फंड ट्रांसफर करने से पहले टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण किया जाए ।
उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों में भी इस परियोजना के माध्यम से गतिविधियों को शुरू करने के भी निर्देश जारी किए ।
बैठक में उप निदेशक उद्यान सुशील अवस्थी ने हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के तहत जिले में अब तक किए गए विभिन्न कार्यों का ब्यौरा रखा । इस दौरान एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत वित्त वर्ष 2021-2022 की कार्ययोजना और बजट को भी अनुमोदित किया गया ।