किशन कपूर ने दिया जनजातीय क्षेत्रों के समग्र और समन्वित विकास पर बल
1 min readचंबा, 12 फरवरी– कांगड़ा से लोकसभा सदस्य किशन कपूर ने देश के जनजातीय क्षेत्रों के समग्र एवं समन्वित विकास कि आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि जनजातीय क्षेत्रों की सबसे बड़ी समस्या रोजगार के सीमित अवसरों की है जिसके चलते स्थानीय जनसंख्या इन क्षेत्रों से पलायन कर रही है। सांसद किशन कपूर ने यह विचार गत दिन नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के जनजातीय सदस्यों की एक बैठक में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादों पर आधारित उद्योग भी प्राथमिकता के आधार पर स्थापित किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्थानीय जलवायु के अनुकूल बागवानी को भी बढ़ावा दे कर इस क्षेत्र में पलायन को रोक जा सकता है।
जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय पर्यटन के विकास को भी बढ़ावा देना होगा। हिमाचल के जनजातीय क्षेत्रों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र सांस्कृतिक रूप से इतने अधिक समृद्द हैं कि देश -विदेश के पर्यटक इस ओर बरबस ही आकर्षित होते हैं। ऐसे में जनजातीय पर्यटन स्वरोजगार और आर्थिक समृद्धि का एक महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है।