नाबार्ड के माध्यम से वित्त पोषित तीन पेयजल योजनाओं के निर्माण पर व्यय होंगे पांच करोड़- विधानसभा उपाध्यक्ष
चंबा,( तीसा ) 23जून – विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने कहा कि उपमंडल तीसा के तहत 5 करोड़ रुपए की लागत से नाबार्ड के माध्यम से वित्त पोषित पेयजल योजनाओं के निर्माण कार्यों को जल्द आरंभ किया जाएगा।
विधानसभा उपाध्यक्ष आज तीसा में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ विभिन्न विभागीय योजनाओं और उपमंडल तीसा के तहत पेयजल व सिंचाई सुविधा को और बेहतर तरीके से उपलब्ध करवाने के लिए विभाग द्वारा तैयार की गई कार्य योजना की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे ।
डॉ हंसराज ने कहा कि नाबार्ड के माध्यम से वित्त पोषित पेयजल योजना लेंसुई , पेयजल योजना खुशनगरी और पेयजल योजना गुईला के निर्माण कार्य को जल्द शुरू किया जाएगा। इन पेयजल योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए 5 करोड रुपए की राशि को व्यय करने का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इन पेयजल योजनाओं के आरंभ होने से क्षेत्र की लगभग 15 हजार के करीब आबादी को निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
ग्रामीण स्तर पर पेयजल और सिंचाई सुविधा को और बेहतर तरीके से उपलब्ध करवाने को लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष ने
जल शक्ति विभाग के फील्ड स्तर पर तैनात कर्मचारियों को प्राथमिकता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि फील्ड कर्मचारियों द्वारा विभागीय मापदंडों के अनुसार कार्य व्यवस्था की अनुपालना सुनिश्चित बनाई जाए ।
निर्माणाधीन रानीकोट पेयजल योजना के तहत प्रगति की समीक्षा करते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष ने जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता को माह दिसंबर से निर्माण कार्यों को संपूर्ण करने के निर्देश भी दिए ।
अधिशासी अभियंता जल शक्ति केवल शर्मा ने बैठक में
अवगत किया कि दो करोड़ पचास लाख रुपयों की लागत से निर्माणाधीन रानीकोट पेयजल योजना की कार्यशील होने से ग्राम पंचायत सत्यास और बैरागढ़ के लोगों को निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित होगी ।
इससे पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ हंसराज ने महिला एवं बाल विकास परियोजना वृत तीसा के सौजन्य से तीसा में धात्री महिलाओं के लिए 120 पंजीरी पोषण किटस भी वितरित की।
डॉ हंसराज ने कहा धात्री महिलाओं के लिए यह योजना जनवरी माह से चलाई गई है। जिसके तहत महिलाओं को पंजीरी किट प्रदान की जा रही है।