शिमला में कैरियर परामर्श कार्यशाला का आयोजन
1 min readनेहरू युवा केंद्र शिमला द्वारा आज दिनांक 4 फरवरी 2023 को रोहड़ू के लोअर कोटी पंचायत के चिऊनी गांव में कैरियर परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी सुश्री मनीषा शर्मा ने की। कार्यक्रम के दौरान सरस्वती डॉट कॉम प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर श्री डी एन चौहान और हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के समन्वयक सुश्री राधिका शर्मा ने सभी युवाओं को विभिन्न कैरियर विकल्पों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
श्री डी एन चौहान ने कहा कि एक नए भारत के निर्माण के लिए युवाओं की भूमिका, चल रहे तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल परिवर्तन ने छात्रों के लिए शिक्षण और सीखने की पद्धति को बदल दिया है। स्टार्टअप इकोस्सिटम की उभरती प्रवृत्ति, यूनिकॉर्न की संख्या में वृद्धि युवा पीढ़ी की प्रतिभा का एक सकारात्मक संकेत और प्रमाण है। आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने उल्लेख किया कि प्रक्षेप जैसी करियर परामर्श कार्यशाला छात्रों को निर्णय लेने में मदद करेगी।
इसके अलावा कार्यक्रम में श्री सचिन शर्मा स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर हिमाचल प्रदेश आजीविका मिशन ग्रामीण विकास विभाग, श्री यशवंत सिंह उद्योग प्रसार अधिकारी उद्योग विभाग, श्री पवन कुमार, प्रगतिशील किसान जिला चंबा ने विभिन्न विषयों पर युवाओं को जानकारी दी और उनके भावी जीवन के लिए उन्हें जागरूक किया।
इस कार्यक्रम में लगभग 200 लोगो ने भाग लिया।। कार्यक्रम में लोअर कोटी पंचायत के प्रधान सुश्री अवंतिका, उप प्रधान श्री अंकुश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। साथ ही नवयुवक कल्याण मंडल चिउनी और नव युवक मण्डल सिघरोटी के युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस अवसर पर जिला युवा अधिकारी मनीषा शर्मा ने बताया कि करियर काउंसलिंग से
1. दुविधाओं से छुटकारा- अक्सर छात्र अपने करियर को लेकर कंफ्यूज होते है कि अब आगे उन्हें क्या करना है? हालांकि कई बार उनके आसपास के लोग उन्हें सलाह दे देते है लेकिन फिर भी उनके कई ऐसे सवाल होते है जिनके जवाब उन्हें मिल नही पाते है। कई बार कंफ्यूजन की वजह से या किसी अपने बड़े की सलाह पर युवा गलत रास्तों पर निकल पड़ते है। जिसका नतीजा बाद में ये होता है कि वे अपने करियर से बहुत ही कम समय में ऊब जाते है। छात्रों के इसी कंफ्यूजन को दूर करने के लिए उन्हें करियर काउंसलर या एक्सपर्ट से मदद लेने की सलाह दी जाती है। अगर कोई छात्र समय रहते करियर काउंसलर की मदद ले लेता है तो उसके सारे कंफ्यूजन दूर होकर उसे एक सही रास्ता नजर आता है। काउंसलर आपके व्यक्तित्व और रुचियों को ध्यान में रखते हुए आपको करियर चुनने में मदद करते है।
2.लक्ष्य तय करने में मदद- अगर कोई छात्र करियर को लेकर कंफ्यूज है तो वह अपनी लाइफ में कोई लक्ष्य ही नही बना पाएगा। लेकिन अगर छात्र एक अच्छे करियर काउंसलर की मदद लेता है तो वह अपने सभी कंफ्यूजन दूर करके सही लक्ष्य तय करता है। अगर एक छात्र को सही समय में सही दिशा मिल जाए तो वह अपने लक्ष्य की तरफ मजबूती से कदम रखता है। एक बार लक्ष्य तय हो जाने के बाद अब छात्र को उस पर काम करने की जरूरत होती है।
3.गलत करियर चुनने से बचना- कई बार देखा गया है कि ऐसे कई छात्र होते है जो अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार के कहने पर करियर का चुनाव कर लेते है। गलत करियर में जब काफी समय हो जाता है तो उन्हें एहसास होता है कि वे तो किसी और जगह जाना चाहते थे लेकिन गलती से इस करियर में आ गये है। अगर आप भी नही चाहते कि गलत करियर चुनकर आप अपना समय और पैसा दोनों बर्बाद करें तो करियर काउंसलिंग की मदद से एक सही करियर का चुनाव कर सकते है।
4.समय की बचत- कई बार छात्र अपने दोस्तों की वजह से या पैरेंट्स के दबाव में आकर करियर का चुनाव कर लेते है। फिर कुछ सालों के बाद उन्हें एहसास होता है कि गलत करियर में आ गए है तो वे फिर से अपने इंट्रेस्ट वाले करियर में आगे बढ़ने की कोशिश करते है। लेकिन तब तक काफी समय और पैसा उनके द्वारा बर्बाद कर दिया जाता है।
5.सकारात्मक ऊर्जा- अगर कोई छात्र करियर को लेकर कंफ्यूज है तो वह नकारात्मकता से घिरा रहता है। लेकिन अगर सही समय पर वह करियर काउंसलर की मदद लेता है तो उसे नकारात्मकता से छुटकारा मिलता है और उसरी जिंदगी में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए सकारात्मक उर्जा का होना बेहद जरूरी है। अगर आप चाहते है कि एक सही करियर का चुनाव करके आगे बढ़ें तो आपको करियर काउंसलर की मदद लेना चाहिए। एक करियर काउंसलर आपके भविष्य को उज्जवल बनाने में अहम भूमिका निभाता है।
कार्यक्रम के अंत में नेहरू युवा केन्द्र शिमला द्वारा रोहडू के युवा मंडलों को स्पोर्ट्स किट वितरण किया गया।